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ललित शर्मा जी की बात को ध्यान से सुनतीं संजू तनेजा (चेहरा नहीं दिख रहा), संगीता पुरी जी, निर्मला कपिला जी, डॉ अरुणा कपूर जी, श्रीमती अंजू सोहेल (अंतर सोहेल की धर्मपत्नी) और श्रीमती सिंगला |
दिल से दिल की बातें शुरू हो चुकी हैं…मैं तो लाइव रिपोर्टिंग में लगा हूं…लेकिन साथ ही नोट करता जा रहा हूं कि कौन क्या कह रहा है…मैंने जैसा कि पहले अपनी पोस्ट पर लिखा था कि वैसा ही यहां प्रस्ताव किया कि सब अपनी कमज़ोरियां बताएं…सबसे पहले मैंने ही शुरुआत की…मैं भावुक हूं…सब कहते हैं टिप्पणियों से फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मुझे पड़ता है…मेरे लिखे पर कोई अच्छा या बुरा कमेंट न करें तो मैं विचलित हो जाता हूं…
फिर राज भाटिया जी ने बताया कि कोई अगर उलट-सुलट कमेंट लिखता है तो वो आपे पर मुश्किल से ही नियंत्रण पा पाते हैं…ऐसा ही कुछ ललित भाई ने भी बताया…ललित भाई के अनुसार अगर कोई गलत बात कहता है तो शुक्र है कि वो सामने नहीं होता…जानते हैं ललित भाई आप नेशनल लेवल के शूटर हैं…ललित भाई भी फुल टाइम ब्लॉगिंग एडिक्ट हैं…उन्होंने कमजोरी बताई कि उन्हें शुगर होने के बावजूद वो दो दो साल तक शुगर चेक नहीं करा पाते…ललित भाई ने ब्लॉग के ज़रिए किसी की पहली शादी होने की जानकारी भी दी…ललित भाई ने ब्लॉग के ज़रिए ब्लॉगर्स को कमाई की एक योजना और जनवरी में कार्यक्रम होने की जानकारी दी…इस मामले में जी के अवधिया जी पूरे ब्लॉगवु़ड की अगुआई कर सकते हैं….
फिर बारी आई संजू तनेजा जी की…उन्होंने कहा कि कमज़ोरियां ब्लॉगिंग से ही नहीं जुड़ी होतीं…संजू जी का दर्द हम समझ सकते हैं…क्योंकि सबको पता है कि राजीव कुमार तनेजा भाई का नेट कनेक्शन दिन के 24 घंटे ऑन रहता है…संजू भाभी ने कहा कि वो किचन में काम भी कर रही होती हैं तो भी राजीव भाई यही कहते हैं पहले नेट पर आकर उनकी पोस्ट को पढ़े…वाकई तनेजा दंपत्ति का ब्लॉगिंग के लिए समर्पण गजब का है…संगीता पुरी जी ने बताया कि वो ब्लॉगिंग में ज्योतिष को लेकर गलत धारणाओं और अंधविश्वास को दूर करने के उद्देश्य से आई हैं…
निर्मला कपिला जी ने कमजोरी के बारे में बताया कि उन्हें कंप्यूटर की ज़्यादा जानकारी न होने की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है….निर्मला जी के मुताबिक एक बार उनसे किसी से ब्लॉग पर वोटिंग करने के लिए कहा, लेकिन वो तमाम कोशिश करने के बाद भी वोटिंग नहीं कर सकीं…डॉ अरुणा कपूर जी ने भी कंप्यूटर की ज़्यादा जानकारी न होने को अपनी कमज़ोरी बताया…फतेहाबाद, हिसार से आए युवा ब्लॉगर संजय भास्कर ने कहा कि उन्हें हिंदुस्तान अखबार में कॉपीराइटर मित्र मलखान सिंह ने ब्लॉगिंग में आने की प्रेरणा दी….संजय भास्कर ने कॉपी में ज़्यादा गलतियों को अपनी कमजोरी बताया…हरदीप राणा ने अपना परिचय दिया लेकिन कमजोरी नहीं बताई…योगेंद्र मौदगिल भाई के बोलने से पहले सतीश सक्सेना भाई ने उनका परिचय उनकी इन पंक्तियों से कराया…
मस्जिद की मीनारें बोलीं, मंदिर के कंगूरों से
संभव हो तो देश बचा लो मज़हब के लंगूरों से…
मज़हब के नाम पर नफ़रत फैलाने वाले चाहे ब्लॉग पर हों या कहीं ओर, इन पक्तियों को ज़रा कान में तेल डालकर सुन लें…योगेंद्र मौदगिल ने राजीव तनेजा को खुशकिस्मत बताया कि उनकी पत्नी (संजू भाभी) उनकी रचनाएं पढ़ती हैं…योगेंद्र भाई का दर्द था कि उनकी पत्नी कविताओं पर कान तक नहीं धरती…अब बारी आई, सतीश सक्सेना जी की…सतीश भाई ने साफगोई से कहा कि अपनी बुराइयां दिखती नहीं…लेकिन अपनी तारीफ सुनना किसे अच्छा नहीं लगता…ये मानवीय कमजोरी है…सतीश भाई ने ये भी कहा कि ग्रुपिज्म से सभी को बचना चाहिए….
फिर डॉ़ प्रवीण चोपड़ा की बारी आई…डॉक्टर साहब ने कहा कि ब्लॉगर मीट जैसे आयोजनों से सामुदायिक बंधुत्व की भावना बढ़ रही है…उन्होंने ये भी कहा कि वो मार्केटिंग फोर्स से प्रभावित नहीं होते…डॉक्टर साहब ने कमजोरी के बारे में बताया कि नौकरी की वजह से सब कुछ साफ नहीं लिख पाता…इस वजह से पंद्रह-बीस फीसदी सच छुपा लेता हूं…
डॉक्टर साहब और निर्मला कपिला जी ने ये भी कहा कि ब्लॉगवाणी के बंद होने से अब ये पता नहीं चल पाता कि कौन सी नई पोस्ट आई…इस पर अजय कुमार झा जी ने वादा किया कि वो जल्दी ही इस समस्या पर एक पोस्ट लिखेंगे…डॉक्टर साहब ने कहा कि ब्लॉग मीट एक सत्संग की तरह है…इस पर योगेंद्र मौदगिल भाई ने चुटकी ली कि सत्संग के बाद सब हाथ झाड़ कर खड़े हो जाते हैं…तेरा तुझको अर्पण….
राजीव कुमार तनेजा भाई ने बात शुरू की कि उनका छोटा सा ब्लॉग है…इस पर सब एकसुर में बोले…ब्लॉग छोटा और पोस्ट बड़ी से बड़ी …इसी में राजीव भाई की खूबी भी आ गई और कमज़ोरी भी …फिर हिमाचल से ब्लॉग पर पीएचडी कर रहे केवलराम जी ने बताया कि उनका पूरा वक्त ब्लॉग को समर्पित है….ब्लॉग की खूबी ये है कि आज डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेशनल्स भी हिंदी में लिख रहे हैं…वो अपना काम सारा चाहे इंग्लिश में करते हैं लेकिन ब्लॉगिंग हिंदी में ही करते हैं…अंतर सोहेल (अमित गुप्ता) ने बताया कि उन्हें ब्लॉगिंग का एक वक्त में इतना नशा हो गया था कि उन्हें सपनों में भी ताऊ रामपुरिया दिखाई देते थे…जिनकी फोटो तक ब्लॉगर्स ने नहीं देखी….अंतर सोहेल ने एक मज़ेदार बात बताई कि उन्हें अंतर सोहेल नाम आचार्य रजनीश के दूत आनंद सम्भाव जी ने दिया था…जिसका मतलब है कि सुंदर अंतर्मन…फिर आए प्रेमरस ब्लॉग के शाहनवाज़ सिद्दीकी…शाहनवाज़ ने अपनी कमज़ोरी बताई कि कोई कविता या गज़ल उनके दिल को छूती है तो वो ये तय नहीं कर पाते कि क्या टिप्पणी दूं..शाहनवाज़ भाई ने ये भी कहा कि वो ये भी सोचते रहते हैं कि ब्लॉगिंग से कमाई कैसे शुरू हो…राज भाटिया जी ने कहा कि ब्लॉग से वास्ता सिर्फ इस ज़रूरत से वजह हुआ कि वो जर्मनी में रहने की वजह से हिंदी भूलते जा रहे थे…फिर गीता के श्लोक ब्लॉग पर लिखने वाले आर सी शर्मा जी ने ब्लॉग बनाने की सलाह दी…राज जी ने बताया कि फिर मैं खुद से जुड़ी छोटी छोटी बातें, संस्मरण डालने लगा…लोगों को पसंद आने लगा…टिप्पणियां आने लगी…और कारवां बनता गया…नीरज जाट ने इस मौके पर बताया कि उनके यात्रा वृतांतों को सबसे पाठक ब्लॉगिंग से नहीं गूगल जैसे सर्च इंजनों से मिलते हैं…इस अवसर पर डॉ अनिल सवेरा और नरेश सिंह राठौड़ ने भी अपने ओजस्वी विचारों से सबको सराबोर किया…
अजय कुमार झा भाई ने बताया कि वो रोज़ तेरह हिंदी के अखबार पढ़ते हैं..अजय जी ने कमजोरी बताई कि उनकी पत्नीश्री ने कभी लैपटॉप गिफ्ट दिया था…लेकिन अब पत्नीश्री को ये लैपटॉप ही सबसे बड़ा नासूर दिखाई देता है…वजह है अजय भाई का ब्लॉगिंग के लिए समर्पण…अजय भाई ने एग्रीगेटर की समस्या का भी जिक्र किया…अजय भाई के मुताबिक कुछ लोग चिट्ठाजगत पर भी उंगली उठा रहे हैं…ब्लॉगवाणी पहले ही बंद हो चुका है…उसका सशक्त विकल्प अब तक नहीं आ पाया है…ऐसे में चिट्ठाजगत की टांगखिचाई की जगह उसकी सराहना की जानी चाहिए…सबके विचार व्यक्त करने के बाद योगेंद्र मौदगिल ने मज़ेदार छंद और हरियाणवी किस्से सुनाकर समां बांध दिया छंदों के शीर्षक इस प्रकार है…
मोलर गया एक बार घूमने गया चीन देश….
मल्लिका शेरावत जूसर में चोली लहंगे को धो रही है…
नेताजी की पत्नी को डॉक्टर ने चेक किया…
जमाईराजा को रात को सूर्पनखा का सपना आया…
कालेज का प्रिसिंपल बोला, गर्ल्स होस्टल में कोई छोरा नहीं जाएगा
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योगेंद्र मौदगिल जी के कविता पाठ में खोए सभी ब्लॉगरगण |
हमारे नोएडा लौटने से ठीक पहले अलबेला खत्री जी भी आ पहुंचे…लेकिन वो पहले नहा-धो कर ही सबके बीच आने को तैयार हुए…
लेट एडीशन– आयोजन के दौरान ही गुरुदेव समीर लाल समीर जी, अविनाश वाचस्पति और शिवम मिश्रा ने फोन पर कई ब्लॉगर्स से बात की और कार्यक्रम की कामयाबी के लिए शुभकामनाएं दी…एक बात और गुरुदेव के लिए खास तौर पर…लंच में पापड़ सलाद, चपाती, मिसी रोटी, नान, शाही पनीर, दाल मक्खनी, मटर-गोभी-आलू, चावल, रायता, छोले और आइसक्रीम का इंतज़ाम था…मेरे, सतीश सक्सेना भाई, अजय कुमार झा, और शाहनवाज़ सिद्दीकी के रवाना होने से पहले राज जी ने चाय और मिठाई के लिए बहुत ज़ोर दिया…लेकिन हमें गुड़गांव पहुंचने की जल्दी थी…आज ही डॉ टी एस दराल जी के पिताजी सीनियर दराल सर की अंत्येष्टि थी…हम वहां टाइम पर पहुंच तो नहीं सकते थे लेकिन ये तय किया कि डॉक्टर साहब से मिलने ज़रूर जाएंगे…
इससे दो घंटे पहले की रिपोर्ट-
तिलयार में ब्लॉगरों की बहार…रोहतक लाइव रिपोर्टिंग…खुशदीप
- बिलावल भुट्टो की गीदड़ भभकी लेकिन पाकिस्तान की ‘कांपे’ ‘टांग’ रही हैं - April 26, 2025
- चित्रा त्रिपाठी के शो के नाम पर भिड़े आजतक-ABP - April 25, 2025
- भाईचारे का रिसेप्शन और नफ़रत पर कोटा का सोटा - April 21, 2025
आज आपसे मिलना सुखद रहा …
पद्मावलि
वाह वाह ! बहुत सुन्दर रिपोर्टिंग
बहुत सुन्दर,शुभकामनाएँ
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बेहतरीन रिपोर्टिंग । ऐसा महसूस हुआ जैसे हम भी सभी के साथ वहीँ पर हों।
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पूरा कव्हरेज देते हुए सुन्दर लाइव्ह रिपोर्टिंग!
अभी हम जरा एक दो दिन एक ठो शादी में बाहर आये हैं ,निपट कर ध्यान से पढ़ेगें !
बहुत ही बेहतरीन रहा कल का ब्लोगर मिलन. बेहतरीन मेहमान नवाजी के लिए राज जी का बहुत-बहुत धन्यवाद!
प्रेमरस.कॉम
nice to hear about the Milan …
shubhakaamanaaye
दराल साहब के पित जी को भावभीनी श्रृद्धांजलि!
मेनु सुनने के बाद न आने के अफसोस की मात्रा बढ़ गई.. हा हा!१
फास्ट रिपोर्ट या यूं कहे कि पहली रिपोर्ट है | धनयवाद
bahut badhiya reporting
बहुत बढ़िया.
majadar.
आनंद आ रहा है पढ़कर..
अफसोस है कि इतने सारे लोगों से मिलने का मौका हाथ से निकल गया। ऐसी मुलाकातें होनी और होती रहनी चाहिए।
जीवंत प्रसारण में जो वीरता है रण की वो लाइव में कहां। हिन्दी ब्लॉगिंग के इंटरनेशनल सम्मेलन की तो हर बात खुशहाली लाती है।
लाईव रिपोर्टिंग की बात ही कुछ और है
बहुत सुन्दर
शुभकामनाएँ
आनन्द आ रहा है, यही माहौल बना रहे।
‘ अगर कोई गलत बात कहता है तो शुक्र है कि वो सामने नहीं होता.’
बच गया स्स्स्साला 🙂
बहुत बढिया रहा आंखों देखा हाल। ना जा पाने की कसक सदा रहेगी।
बहुत सुन्दर जारी रहें …
बढ़िया लग रहा है..
बहुत बढ़िया लगे ये ' दिल के किस्से " सभी को हर्दिक बधाई ।
main rah gaya. kya karta tabiyat jo kharab ho gai thi.
वाह अच्छी मीट चल रही है, समस्याओं का निवारण भी किया जाये या फ़िर कम से कम उनको कब और कौन सुलझायेगा यह भी तय किया जाये, आर्थिक रुप से कैसे हम ब्लॉगिंग को जोड़ सकते हैं, इस पर गहन विमर्श की जरुरत है, जिससे शौक एक कैरियर में भी बदले।