Attitude is a decision…Khushdeep

Khushdeep Sehgal
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Rakesh Kumar
14 years ago

खुशदीप भाई
आपकी पोस्ट देख दिल में खुशी छाई
आपने हम सब में ये उम्मीद जगाई
कि आप हमारे बीच रह हमारी खबर लेंगें भाई
आपके आने से आपके दुश्मनों की मर जायेगी ताई शानदार पोस्टें लिख कर सबको चकित करना भाई.

अब जल्दी से आ जाईये मेरी नई पोस्ट पर
मेरी खबर लेने के लिए.
वर्ना फिर मै नाराज हों जाऊँगा और लिखना
छोड़ दूँगा.

chander prakash
14 years ago

आदरणीय खुशदीप जी, शुक्र है मेरी मातृभाषा हिंदी नहीं पंजाबी है और आपकी भी । हम लोग हिंदी के उपासक है , हिंदी हमारी जान है हमारी शान है औऱ हिंदी पर हमको मान है । हमें गर्व है कि किसी जन्मजात हिंदीभाषी के मुकाबले हमारी हिंदी कहीं कम नहीं है । ऐसे में हिंदी से नाराजगी बिल्कुल वैसी ही लगती है जैसे भगवान के सामने खड़े होकर उसे भला-बुरा कहना कि जाओं न तूं सा़डा रब ते न असी तेरे बंदे, जिस जन्नत दा तू गुमान करता है हमने उसमें जाना ही नहीं । अब गुस्सा खत्म करो और नींबू-पानी पियो और हमेशा की तरह जयहिंद का जयघोष कीजिए ।

भारतीय नागरिक - Indian Citizen

आ भी जाओ खुशदीप जी..

राज भाटिय़ा

खुशदीप भाई,मै तो समझता था कि दुनिया का सब से मुर्ख आदमी मे ही हुं, अंहकारी भी जो बडे से बडे लाभ को भी ठोकर मार देता हे, लेकिन अपनी आदत, अपने असूलो से नही हटता , लेकिन मेरे जैसे सर फ़िरे हे इस दुनिया मे बहुत, यह इस विडियो देख कर समझ आ गया , ओर इशारा भी समझ गया…स्वागत हे आप का

आशुतोष की कलम

अगली पोस्ट????

डा० अमर कुमार


आपको देख कर खुशी हुई, मैं भी दो बार यूँ ही बिलबिलाया था…. टँकी पर चढ़ने की घोषणा तो नहीं की, पर आदरणीय द्विवेदी ने आगाह कर दिया था, सो बचा रहा । फिलहाल आपको देख कर और जो सँदेश देना चाहा है, उसे समझ कर खुश हूँ । यदि आप नेट पर सक्रिय हैं, और नेट पर अपना योगदान भी दे रहे हैं, तो क्या यह बेहतर नहीं है हम अपने मातृभाषा का प्रयोग करके इसके डाटाबेस को समृद्ध करें ?

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद

Change the attitude of your decision:))

DR. ANWER JAMAL
14 years ago

हमने तो कभी माना ही नहीं कि आप चले गए ।
फिर भी मुबारकबाद ।

रचना
14 years ago

so khushdeep now you will understand why i always made it a point to point out what happened to be wrong

people including you always felt i was wrong but the system is wrong and when/if one is right one should not not hesitate in saying that the system was wrong

whether someone is in your support or not its important to be make a decision and wait for the repercussion because

all the decisions are right at the point when they are taken but its the repercussions that ultimately prove if the decision was right or not

प्रवीण पाण्डेय

यह दृश्य सच में छू गया था फिल्म में। कृत्रिमताओं से बाहर आकर सहज ही जीना होगा।

Shah Nawaz
14 years ago

अरे वाह!!!!!! खुशदीप भाई मान गए!!!!! हो हो हो… हु हु हु…. यस… यस.. यस…

धरना ख़त्म…. संतरे का रस पिलाने खुशदीप भाई आने वाले हैं…

भाई हो तो ऐसा!!!!!!

खुशदीप सहगल की बग़ावत

Khushdeep Sehgal
14 years ago

धीरू भाई,
हिंदी मेरा गौरव ही नहीं मेरी रोज़ी-रोटी का प्रबंध करने वाली मां भी है…भला मां से कोई नाराज़ कैसे हो सकता है…मेरी किसी से व्यक्तिगत नाराज़गी नहीं है…मेरा विरोध सैद्धांतिक है…

जय हिंद…

Sushil Bakliwal
14 years ago

उम्मीद है अब आप पर्याप्त स्वस्थ होंगे । शुभकामनाएँ…

Apanatva
14 years ago

🙂

निर्मला कपिला

मक्खन के बिना कुछ अच्छा नही लगता गुस्सा शान्त हुया? जल्दी से मखन से मुलाकात करवाओ।ाशीर्वाद। बहुत खुश हूँ—–

Unknown
14 years ago

aap ka muskarana ………..
तबीयत कैसी है……..

jai baba banaras…..

अजित गुप्ता का कोना

तो मक्‍खन को सेलेरी कितना दोगे डिस्‍कस कर लें। वैसे धीरू सिंह जी का कमेण्‍ट बड़ा अच्‍छा लग रहा है।

VICHAAR SHOONYA
14 years ago

सहगल साहब आप बेशक यूँ ही अंग्रेजी में ब्लॉग्गिंग करा करें चलेगा पर ब्लॉग्गिंग जारी रहे.

एक जोर की जय हिंद !

अरुण चन्द्र रॉय

without attitude there cannot be a decision …

Satish Saxena
14 years ago

छोडो भी ये गुस्सा ज़रा , हंस के दिखाओ ।

भारतीय नागरिक - Indian Citizen

मक्खन बहुत परेशान है… द्विवेदी जी के यहां है, वापस ले आइये…

डॉ टी एस दराल

सही है लेकिन-
छोडो भी ये गुस्सा ज़रा , हंस के दिखाओ ।

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }

never show your anger on MOTHER , MOTHER TONGUE and MOTHER LAND

Udan Tashtari
14 years ago

सही है…तबीयत कैसी है महाराज?

दिनेशराय द्विवेदी

There can't be any attitude without a decision.

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