लो फिर वसंत आई…खुशदीप

वसंत पंचमी पर बस आज मलिका पुखराज और उनकी बेटी ताहिरा सैयद की पुरकश आवाज़ में खो जाइए, मेरी तरह…यकीन नहीं आता तो सुनिए, वसंत का जादू आपके भी सिर चढ़ कर बोलेगा…

Khushdeep Sehgal
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Rakesh Kumar
14 years ago

Adbhut,anupam,karnpriya
sangeet kya hai jaise behta hua jharna
Basant sakar ho utha.Shukriya Kushdeep Bhai.

भारतीय नागरिक - Indian Citizen

वाह वाह… बसंत ही बसंत.

डॉ टी एस दराल

खो गए जी बसंती रंग और राग में ।

ताऊ रामपुरिया

बहुत ही सुंदर और कर्णप्रिय, शुभकामनाएं.

रामराम.

नीरज गोस्वामी

कल से येही तो कर रहा हूँ…अब आपके ब्लॉग पर एक बार और सही..हफीज साहब मलिका पुखराज और ताहिरा ने कमाल किया है…
नीरज

शिवम् मिश्रा

जय हो !

Unknown
14 years ago

ek sunder nagana pasand aaya ————————————————————————————–jai baba banaras——————-

निर्मला कपिला

शानदार प्रस्तुति। बसंतोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें।

sonal
14 years ago

waah aanand aa gaya

Satish Saxena
14 years ago

मेरा मन पसंदीदा गीत सुनवाने के लिए आभार खुशदीप भाई !

दिनेशराय द्विवेदी

बसंत यदि ऋतु है तो आएगी ही, और यदि मौसम है तो आएगा। वह पाकिस्तान और हिन्दुस्तान सब जगह बिना भेद के आती है। विशुद्ध भारतीय गीत है।

प्रवीण पाण्डेय

मधुर कर्णप्रिय गीत।

अजित गुप्ता का कोना

आज तो गीत के सा‍थ ही बसंत का अनुभव कर लिया, बहुत अच्‍छा लगा गीत।

संजय भास्‍कर

खूबसूरत गीत सुनवाया आपने
वसंत पंचमी की ढेरो शुभकामनाए

बेनामी
बेनामी
14 years ago

संभवतः यह पाकिस्तानी मूल का गीत लगता है… हमारे यहाँ तो "लो फिर बसंत आया" होता है॥ उधर बसंत आई होता होगा :)इधर गाते तो बोलते "लो फिर बसंती आई" 😛

बेनामी
बेनामी
14 years ago

वाह वाह ! क्या खूबसूरत और मोहक गीत सुनवाया आपने… सुबह खुशनुमा हो गयी… यह टिप्पणी देर से कर रहा हूँ…. क्योकि पेज रिलोड होते ही गीत बंद हो जाता:) दसियों बार सुनने के बाद भी जी नहीं भरता … बहुत मोहक …
बसंत आगमन की मंगल कामनाएँ

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