ये पोस्ट हरकीरत हीर को समर्पित…खुशदीप

कल मेरी पोस्ट पर हरकीरत हीर जी ने प्यारी सी शिकायत की…

“आजकल आप अधिक व्यस्त हो गए लगते हैं ….
वो हंसी मजाक भी छूट गया लगता है ….??”

हीर जी, न तो मैं ओबामा हुआ हूं कि खुद भी व्यस्त रहूं और दुनिया को भी खाली-पीली व्यस्त रखूं…और न ही मेरे मक्खन-ढक्कन घर छोड़ कर भाग गए हैं जो मेरा हंसी मज़ाक का स्टॉक चूक गया हो…हां, मैंने ब्लॉगिंग में अब कुछ सतर्कता बरतना ज़रूर शुरू कर दिया है…न जाने निर्मल हास्य के तहत ही कही गई कोई बात किसी को चुभ जाए…इसलिए ललिता जी ठीक कहती हैं के सर्फ स्टाइल में सावधानी में ही समझदारी है…लेकिन आज यहां सिर्फ हंसने-हंसाने की बात ही करूंगा…

बॉस एक ही रहेगा

शादीशुदा आदमी कितने भी जॉब बदल ले, लेकिन उसका अल्टीमेट बॉस हमेशा एक ही रहेगा…

ग्रेट मैनेजमैंट

मैनेजमैंट के स्टूडेंट ने अपनी क्लासमेट को किस कर लिया…


लड़की…ये क्या था…


लड़का….डायरेक्ट मार्केटिंग…


लड़की ने कस कर लड़के को थप्पड़ जड़ दिया…


लड़का…ये क्या था…


लड़की…कस्टमर फीड-बैक…




दूल्हे का मलाल

शादी सिर्फ अकेला दिन होता है जिस दिन दूल्हा मंच पर खड़ा होकर सजी-धजी दूसरी खूबसूरत लड़कियों को देखता है और सोचता है…ये सब आज से पहले क्यों नहीं दिखीं…

स्लॉग ओवर (पंजाबी गिनती दा तड़का मार के)


Dil V 13;


80 V tere;


Hor 10;


Ki haal A 13;


Yaran dostan nu ainj nayi 27 da;


OK G; Ijazat 2;


32 Bujhao, te 100 jao.


अब पंजाबी न समझने वालों के लिए रिपीट करता हूं कि ऊपर क्या लिखा है-


दिल भी तेरा…


हम भी तेरे…


और बता…


तेरा क्या हाल है…


यार-दोस्तों को ऐसे नहीं सताते…


ओके जी, इज़ाज़त दो…


लाइट बुझाओ और सो जाओ….


(स्लॉग ओवर…साभार गुरुदेव समीर लाल समीर जी)