अब आप कहेंगे ये कौन से सम्मान है भाई…क्यों जब लाख विवादों के बावजूद भारतरत्न, पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री सम्मान बांटे जाते हैं तो क्या ब्लॉगवुड अपने लिए ब्लॉग रत्न, ब्लॉग विभूषण, ब्लॉग भूषण, ब्लॉग श्री सम्मान शुरू नहीं कर सकता…भईया क्या विवाद सिर्फ पद्म सम्मानों की बपौती हैं…और फिर विवादों का हमारी ब्लॉग बिरादरी में कौन सा घाटा है….अगर विवाद ही मानदंड हैं तो कसम उड़ानझल्ले की ब्लॉगवुड किसी से पीछे नहीं रहने वाला…अब विवाद खुद ही शर्म-शर्म में या घिस-घिस कर हार मान ले तो अलग बात, वरना एक-दूसरे की टांग खिंचने में ब्लॉगवुड के जांबाज़ भी किसी से कम थोड़े ही हैं…
अब आप का सवाल होगा पद्म सम्मान तो गबन, हमले, शिकार जैसे गंभीर आरोपों वाले भद्रपुरुषों को भी दिए जा सकते हैं…तो फिक्र नॉट, कानूनी नोटिस जैसी धमकियां तो ब्लॉगवुड में भी शुरू हो गई हैं…बस जल्द ही ऐसा दिन भी आएगा जब ब्लॉगवुड के विवाद बेशर्मी की इतनी ऊंचाइयां छूने लगेंगे कि अपराध से हाथ मिलाने में भी उन्हें कोई हिचक महसूस नहीं होगी…आखिर उम्मीद पर दुनिया कायम है…के भईया, ऑल इज़ वैल…
मैं तो सिर्फ आपको सद् गति के इस मार्ग पर चलने के लिए दो प्रेरणास्रोतों का ही हवाला दे सकता हूं…इन दोनों परमपूजनीय, प्रातस्मरणीय विभूतियों को इस साल भारत सरकार पद्म सम्मानों से विभूषित कर खुद को सम्मानित महसूस कर रही है…आप भी इन महान आत्माओं के दिखाए मार्ग पर चलने का प्रयास करें…जघन्य न सही, साइबर अपराध ही सही, कुछ तो पुण्य अपने नाम के साथ जोड़ें…तभी तो आपका नाम, आपके नेक अपराध के अनुसार ब्लॉग रत्न, ब्लॉग विभूषण, ब्लॉग भूषण या ब्लॉग श्री की सूचियों में डाला जा सकेगा…
लीजिए अब पद्म सम्मान पाने वाली दो विभूतियों से परिचय पाकर खुद को कृतार्थ करें…
1. पद्मभूषण संत सिंह चटवाल
परिचय…
होटल व्यवसायी, न्यूयॉर्क और दिल्ली मे बॉम्बे पैलेस के नाम से होटल
विशिष्ट योगदान…
सीबीआई ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की न्यूयॉर्क शाखा से नब्बे लाख डालर कर्ज न चुकाने के मामले में मुकदमा चलाया था, 1996 में गिरफ्तार किया गया, जमानत पर छूटे, बाद में सीबीआई ने मुकदमा वापस ले लिया…क्लिंटन परिवार के नज़दीकी, डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए चंदा जुटा कर देने में माहिर, अमेरिका में खुद को दो बार बैंकों का कर्ज न चुकाने के लिए दीवालिया घोषित कर चुके हैं…
2. पद्मश्री सैफ़ अल़ी ख़ान
परिचय…
अभिनेता और मंसूर अली ख़ान पटौदी-शर्मिला टैगोर के साहबजादे
विशिष्ट योगदान…
A….फोटो-जर्नलिस्ट हमला केस
पटियाला में 29 सितंबर 2008 को दो फोटो-जर्नलिस्ट पर हमला करने के आरोप में रेलवे पुलिस में मामला दर्ज, आईपीसी की धारा 506 (हत्या की धमकी), 341 (हमला), 536 (संपत्ति का नुकसान) के उल्लंघन की शिकायत
B…1998 में जोधपुर काला हिरण शिकार मामला
वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 52 (शिकार के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज, 1998 में राजस्थान में फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान काला हिरण शिकार मामले में सलमान खान के साथ सह अभियुक्त…
ब्लॉगर बिरादरी अब भी सोचना बाकी है…अपराध की राह पर बढ़िए, सम्मान पाइए, यशस्वी बनिए…
स्लॉग चिंतन
हम तूफ़ान से लाए है कश्ती निकाल के…
मेरे बच्चों, चटवाल को पद्यभूषण देना संभाल के…
(डिस्क्लेमर…पोस्ट को निर्मल हास्य की तरह लें और कृपया और कोई निहितार्थ न निकालें…)