ये रहा न्यूयॉर्क में बना वो चॉकलेट संडे जिसे चार साल पहले गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दुनिया की सबसे महंगी आइसक्रीम के तौर पर दर्ज़ किया गया था…
आप कहेंगे कि ये चार साल पुराना राग मैं क्यों आपको सुना रहा हूं…वजह है…मैं आपको मिठास का एहसास कराना चाहता हूं…मिठास पच्चीस हज़ार डॉलर वाले इस संडे में ज़्यादा है या नीचे जो मैं आइसक्रीम का किस्सा सुनाने जा रहा हूं, उसमें है, आप खुद ही तय कीजिए…और मुझे बताना न भूलिएगा…
एक छोटा लड़का आइसक्रीम पॉर्लर में आइसक्रीम खाने गया…
उसने वेटर से पूछा, संडे के लिए मुझे कितने पैसे देने होंगे…
पार्लर में भीड़ ज़्यादा होने की वजह से ऑर्डर निपटाने की जल्दी में लगे वेटर ने कहा…40 रुपए…
लड़के ने ये सुनकर जेब में पहले पैसे गिने और फिर मायूस होकर बोला…सादी आइसक्रीम कितने की होगी…
ये सब देखकर वेटर झल्लाने की स्थिति में पहुंच चुका था…फिर भी अपने पर काबू रखकर तल्ख आवाज़ में बोला…30 रुपये…
लड़के ने कहा…मेरे लिए सादी आइसक्रीम ही प्लीज़…
वेटर ने ऑर्डर लाकर दिया…साथ ही बिल भी…
लड़के ने आइसक्रीम खाई और काउंटर पर आइसक्रीम का बिल देकर चला गया…
थोड़ी देर बाद वेटर प्लेट उठाने के लिए लड़के वाली टेबल पर गया तो चौंक गया…
टेबल पर दस रुपये के सिक्के पड़े थे…टिप के लिए…
अब वेटर की आंखों से झर-झर आंसू बह रहे थे….
आइन्दा आप भी किसी पर झल्लाएं तो पहले सामने वाले के जज्बे को ठीक तरह से समझने की कोशिश ज़रूर कीजिएगा…
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विदेशी बच्चा था इसीलिए टिप का महत्व समझता है हमारे यहाँ का तो उल्टा ले जाता। वैसे बहुत श्रेष्ठ प्रेरक प्रसंग हैं। कई बार हम दूसरों की भावनाएं समझे बिना प्रतिक्रिया कर देते हैं।
काश हम कुछ सीख पायें …..
शुभकामनायें आपको !
बहुत ही बढ़िया प्रेरणात्म्क प्रसंग ..मिठाई से मीठा व्यवहार ज्यादा मायने रखता है।
HOW SWEET..
३३ % टिप देखकर तो हम भी झल्ला रहे हैं ।
आज तक इतनी कभी दी नहीं ना ।
शब्दो की मिठास ही वास्तविक मिठास होती है।
बेहतरीन प्रसंग।
कभी कभी जो दिखता है वह सच नहीं होता…. पहले बात की तह तक जानी चाहिए।
आभार।
टिप के साथ वाली आईसक्रीम बहुत मीठी लगी .. इतनी मीठी कि आईसक्रीम वाला भी पिघल गया ..
waah bhai saheb
is kisse me hazaar kavitaon ki aahat anubhav hui……..
jai hind !
sach mei boht meethi baat hai
वाकई प्रेरक प्रसंग है!
मुझे तो सब से मीठा दर्द लगता है। प्रेरक पोस्ट। शुभकामनायें
अपने सेवार्थी के प्रति तल्खी कभी मीठी नहीं हो सकती।
हमारे यहाँ तो नमक को भी मीठा कहते हैं।
मिठाई मीठा नहीं होता .. वास्तव में व्यवहार मीठा होता है !!
बड़ा ही प्रेरक प्रसंग..
इन्ना मीठा !