इस मुल्क की तो ले ली भईया…खुशदीप

जिसे देखो आता जाए, खाता जाए, पीता जाए,

क्या कहूं अपना हाल, ए दिल-ए-बेकरार,

सोचा है के तुमने क्या कभी,

सोचा है कभी क्या है सही,

सोचा नहीं तो अब सोचो ज़रा…
अरविंद गौड़ के निर्देशन में अस्मिता थिएटर ग्रुप दिल्ली और एनसीआर में जगह-जगह भ्रष्टाचार पर नुक्कड़ नाटक कर रहा है…मेरा मानना है कि देश के हर जागरूक नागरिक को ये नुक्कड़ नाटक ज़रूर देखना चाहिए…इसमें युवाओं के जोश को देखकर आपको भरोसा जगेगा कि अब भी देश में सब कुछ खत्म नहीं हुआ है…देश को लूट कर खाने वाले नेताओं को बस सबक सिखाने की ज़रूरत है…शिल्पी मारवाह समेत नुक्कड़ नाटक के एक-एक पात्र के जीवंत अभिनय ने इसे बेमिसाल बना दिया है…दिल्ली से बाहर रहने वालों की सुविधा के लिए लिंक दे रहा हूं, इस आग्रह के साथ, इसे ध्यान से और पूरा ज़रूर देंखें…अगर नेट की स्पीड तंग करे तो एक बार इसे पूरा डाउनलोड होने के बाद देखें…INDIA FOR CORRUPTION…KHUSHDEEP