टोक्यो ओलिम्पिक्स हीरो ने केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन
को भी ट्वीट में किया टैग, अधिकारियों का खींचा ध्यान
Source: PR Sreejesh Twitter Handle |
नई
दिल्ली (1 सितंबर)।
टोक्यो
ओलिम्पिक्स में भारतीय हॉकी के पुराने सुनहरे दिनों की झलक देखने को मिली. 41 साल
बाद पुरुष हॉकी में भारत ने ओलिम्पिक्स में मेडल जीता. इन ओलिम्पिक्स में भारत को
कांस्य पदक जिताने के लिए पूरी टीम को श्रेय जाता है. लेकिन एक नाम ऐसा है जो
क्रिकेट खिलाड़ियों की तरह ही देश में हर एक की ज़ुबान पर चढ़ गया. वो नाम है टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश का. विरोधी टीमों
के दिग्गज से दिग्गज हॉकी खिलाड़ियों के लिए भी श्रीजेश की दीवार को भेद पाना आसान
नहीं होता.
‘द ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया’ के नाम से मशहूर श्रीजेश के सम्मान में केरल में एक
सड़क का नाम रखा गया है. ये सड़क श्रीजेश के होमटाउन किझाक्कमबलम में है.
लेकिन इस सड़क पर कूड़े का अंबार लगा देखकर श्रीजेश से रहा नहीं गया. उन्होंने एक
ट्वीट के जरिए नाखुशी जताई. ट्वीट में सड़क पर कूड़े के ढेर की फोटो अपलोड करने के
साथ श्रीजेश ने लोगों को ऐसे बर्ताव के लिए आड़े हाथ लिया.
श्रीजेश ने साथ ही संबंधित अधिकारियों से भी इस ओर ध्यान
देने के लिए कहा. हॉकी सुपरस्टार ने केरल के मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन को भी टैग
किया.
Literacy 100% common sense 0,
This is the way people of my village decorated the road named after me..😞
Kunnathunadu/Kizhakkambalam village officers have to look at this issue & take a decision 🙏#save #earth #for #the #future @vijayanpinarayi pic.twitter.com/NbUqjNlkUl— sreejesh p r (@16Sreejesh) August 30, 2021
श्रीजेश ने ट्वीट में लिखा- “साक्षरता 100%, कॉमन सेंस 0
ये है वो तरीका जिससे मेरे गांव के लोगों ने मेरे नाम की
सड़क को सजाया है. कुन्नाथुनाडु/किझाक्कमबलकम के ग्रामीण अधिकारी
इस मुद्दे पर ध्यान दें और फैसला लें.”
बता
दें कि केरल देश में सबसे अधिक साक्षरता दर वाला राज्य है. श्रीजेश ने तंज में
सड़क को ‘सजाने’ जैसे शब्द का इस्तेमाल किया.
किझाक्कामबलम
पंचायत और कुन्नाथुनाड पंचायत के बीच एक स्ट्रेच पर कूड़े को डम्प किए जाने की
शिकायतें पहले भी आ चुकी हैं लेकिन संबंधित अधिकारियों की ओर से कोई प्रभावी एक्शन
नहीं लिया गया. बताया जा रहा है कि यहां रात के अंधेरे में आकर कूड़ा डाला जाता
है. निर्जन क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट्स भी नहीं है. इसी का फायदा उठाकर यहां कूड़ा
फेंक दिया जाता है. स्थानीय लोगों ने यहां पुलिस पेट्रोलिंग और सीसीटीवी कैमरे
लगाने की मांग की है.
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