Sakibul Gani: पहले मैच में वर्ल्ड रिकॉर्ड, दूसरे में 98 रन में 18 चौक्के

Sakibul Gani (social media)


बिहार के लाल के अब 98 रन में 18 चौक्के, पहले ही मैच में ट्रिपल सेंचुरी लगाने वाले Sakibul Gani का दूसरे मैच में भी कमाल, सिक्किम के खिलाफ मैच में सिर्फ दो रन से शतक चूके, 72 रन सिर्फ Boundries से. मिज़ोरम के ख़िलाफ़ डेब्यू मैच में 56 चौक्कों, 2 छक्कों की मदद से 341 रन ठोक बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड 

नई दिल्ली (26 फरवरी)।

बिहार के लाल सकिबुल गनी का रणजी ट्राफी में धमाल जारी है. अपने पहले ही फर्स्ट क्लास मैच में मिज़ोरम के खिलाफ रणजी मुकाबले में ट्रिपल सेंचुरी ठोक कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले सकिबुल ने दूसरे मैच में भी शानदार खेल दिखाया. सिक्किम के खिलाफ इस मैच में 98 रन की पारी खेली. सकिबुल बेशक दो रन से शतक चूक गए लेकिन इस पारी में उन्होंने 18 चौक्के लगाकर बता दिया कि उनमें कितना दमखम है. सकिबुल ने इस पारी में 135 गेंद का सामना किया.

सकिबुल ने 18 फरवरी को मिज़ोरम के खिलाफ जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली पारी खेली थी, उसमें 56 चौक्कों और दो छक्कों की मदद से 341 रन बनाए थे.

Sakibul Gani who scored 341 in 405 balls with 56 fours and 2 sixes on First Class debut. A fearless stroke maker, great talent from Bihar. pic.twitter.com/1Gj1xsYANo

— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) February 18, 2022

पहले ही फर्स्ट क्लास मैच में ट्रिपल सेंचुरी ठोकने वाले सकिबुल गनी दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं.

2 सितंबर 1999 को मोतिहारी में जन्मे सकीबुल अपने परिवार में 6 संतान में सबसे छोटे हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सकीबुल की मां अस्मा खातून ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि मेरा बेटा अच्छी क्रिकेट खेल रहा है. अस्मा खातून ने ये भी बताया कि उन्होंने बेटे के कोलकाता रवाना होने से पहले सकीबुल को तीन बैट गिफ्ट किए थे. तब सकीबुल ने मां से कहा था- अम्मा इनकी नज़र उतार दे. इस पर अस्मा खातून ने सरसों के बीज से बल्लों की नज़र उतारी थी.

सकीबुल के बड़े भाई 27 साल के फैसल भी क्रिकेटर रहे हैं. वहीं उनका छोटा भाई अफान भी क्रिकेट खेलता है. उनकी मां के मुताबिक अगर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी मान्यता नहीं खोई होती तो फैसल को भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेलने का मौका मिल जाता. गनी परिवार के घर में ट्राफियों और मेडल्स की भरमार दोनों भाइयों के अच्छे क्रिकेटर होने का अपने आप में सबूत है.

सकीबुल के पिता मोहम्मद मन्नान गनी की स्पोर्ट्स के सामान की दुकान है. वो कहते हैं कि सकीबुल का मेंटर बड़ा भाई फैसल ही है. फैसल ने अंडर 19 में बिहार की नुमाइंगी करने के अलावा कूच बिहार ट्रॉफी और विज़ी ट्रॉफी भी खेली लेकिन उन्हें रणजी टीम में खेलने का मौका नहीं मिला. साकिब बैटिंग ऑलराउंडर है. राइट हैंड बैट्समैन के अलावा सकीबुल मीडियम पेस बोलिंग भी कर लेते हैं. वहीं उनका छोटा भाई अफान स्पिनर है.

मोतिहारी जैसे कस्बे, जहां क्रिकेट का कोई इंफ्रास्ट्रक्चर खास उपलब्ध नहीं है, वहां से उठ कर पहले ही फर्स्ट क्लास मैच में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना देने वाले सकीबुल हसन की हर कोई चर्चा कर रहा है. मोतिहारी के अगारवा मोहल्ले में रहने वाले गनी परिवार को सब तरफ से बधाई मिल रही हैं.

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