बुलेट ट्रेन का बड़ा हल्ला है…सरकार कह रही है कि अहमदाबाद और मुंबई
के बीच 2022 से बुलेट ट्रेन दौड़ने लगेगी…आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे…
के बीच 2022 से बुलेट ट्रेन दौड़ने लगेगी…आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे…
जापान इस प्रोजेक्ट में साथ दे रहा है तो उम्मीद है कि टाइम से पूरा हो ही जाएगा…वैसे इसी बुलेट
की चकाचौंध में मुझे कोई बताएगा कि वर्ष 2010 में शुरू किए गए ये दो प्रोजेक्ट
फिलहाल किस स्टेज तक पहुंचे हैं-
की चकाचौंध में मुझे कोई बताएगा कि वर्ष 2010 में शुरू किए गए ये दो प्रोजेक्ट
फिलहाल किस स्टेज तक पहुंचे हैं-
1. MEGA – मेट्रो एक्सप्रेस लाइन फॉर गांधीनगर एंड
अहमदाबाद
अहमदाबाद
2. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (सरदार सरोवर के पास साधु बेट में लगाई जाने वाली
सरदार पटेल की प्रतिमा)
सरदार पटेल की प्रतिमा)
जहां तक MEGA यानि अहमदाबाद-गांधीनगर मेट्रो की बात है तो इन दो शहरों की दूरी
महज़ 26.5 किलोमीटर है…2010 में ये परियोजना मंज़ूर होने के बावजूद साकार रूप
लेने में इतना वक्त क्यों ले रही है…
महज़ 26.5 किलोमीटर है…2010 में ये परियोजना मंज़ूर होने के बावजूद साकार रूप
लेने में इतना वक्त क्यों ले रही है…
अब आते हैं स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर…2014 लोकसभा चुनाव से पहले 2013
में इस परियोजना का बड़ा प्रचार-प्रसार किया गया था…टीवी पर तब इसके विज्ञापन भी
खूब आए थे…
![The Indian Blogger Awards 2017](https://indiblogger.s3.amazonaws.com/iba/promos-2017/indian_blogger_awards_2017_p_37704.jpg)
में इस परियोजना का बड़ा प्रचार-प्रसार किया गया था…टीवी पर तब इसके विज्ञापन भी
खूब आए थे…
![The Indian Blogger Awards 2017](https://indiblogger.s3.amazonaws.com/iba/promos-2017/indian_blogger_awards_2017_p_37704.jpg)
विश्व के सबसे ऊंचे स्मारक में स्थापित होने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए सरदार
पटेल के जन्मदिन वाले दिन 31 अक्टूबर 2013 को शिलान्यास हुआ था. तब कहा गया था कि
600 फुट ऊंची इस प्रतिमा के लिए देश भर में घर घऱ से लोहा इकट्ठा किया
जाएगा…लोहा इकट्ठा किया भी गया…लेकिन बाद में साफ़ किया गया कि इस लोहे का
इस्तेमाल सरदार पटेल की प्रतिमा के लिए नहीं बल्कि प्रोजेक्ट से जुड़े दूसरे काम
में किया जाएगा…अब सुना है कि इस मूर्ति का निर्माण चीन में कराया जा रहा है….
पटेल के जन्मदिन वाले दिन 31 अक्टूबर 2013 को शिलान्यास हुआ था. तब कहा गया था कि
600 फुट ऊंची इस प्रतिमा के लिए देश भर में घर घऱ से लोहा इकट्ठा किया
जाएगा…लोहा इकट्ठा किया भी गया…लेकिन बाद में साफ़ किया गया कि इस लोहे का
इस्तेमाल सरदार पटेल की प्रतिमा के लिए नहीं बल्कि प्रोजेक्ट से जुड़े दूसरे काम
में किया जाएगा…अब सुना है कि इस मूर्ति का निर्माण चीन में कराया जा रहा है….
इसी मुद्दे पर इस साल फरवरी में विपक्षी नेता शंकर सिंह वाघेला (अब
कांग्रेस छोड़ चुके) ने गुजरात विधानसभा में निशाना साधा था कि सरकार की ओर से हर
बात पर ‘मेक इन इंडिया’ की दुहाई
दी जाती है फिर सरदार पटेल की मूर्ति को चीन से क्यों बनवाया जा रहा है…इस
प्रोजेक्ट का ठेका लार्सन एंड टुब्रो कंपनी के पास है…ये कंपनी ही मूर्ति को चीन
से बनवा रही है…
कांग्रेस छोड़ चुके) ने गुजरात विधानसभा में निशाना साधा था कि सरकार की ओर से हर
बात पर ‘मेक इन इंडिया’ की दुहाई
दी जाती है फिर सरदार पटेल की मूर्ति को चीन से क्यों बनवाया जा रहा है…इस
प्रोजेक्ट का ठेका लार्सन एंड टुब्रो कंपनी के पास है…ये कंपनी ही मूर्ति को चीन
से बनवा रही है…
बुलेट ट्रेन भारत की पटरियों पर जब दौड़ेगी सो
दौड़ेगी, अभी तो सड़क पर दौड़ने वाली इस बुलेट ट्रेन से काम चलाइए…
दौड़ेगी, अभी तो सड़क पर दौड़ने वाली इस बुलेट ट्रेन से काम चलाइए…
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