राहुल बाबा थोड़ा क्रिएटिव हो जाइए…खुशदीप

राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में…

केंद्र से करोड़ों रुपया गरीबों की बेहतरी के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं के लिए यूपी भेजा जाता है लेकिन उस पैसे को यूपी सरकार सही जगह न पहुंचा कर अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करती है…

राहुल गांधी बिहार में…

केंद्र से करोड़ों  रुपया नरेगा जैसी कल्याण योजनाओं के लिए बिहार भेजा जाता है लेकिन नीतीश सरकार उसका सही इस्तेमाल नहीं करती…

राहुल गांधी पश्चिम बंगाल में…

केंद्र से करोड़ों रुपया पश्चिम बंगाल भेजा जाता है लेकिन वामपंथी सरकार उसे गरीबों तक न पहुंचा कर खुद ही हथिया लेती है…और ये काम पिछले  33 साल से होता आ रहा है…

ऐसे राज्य जहां कांग्रेस का शासन नहीं हैं, वहां राहुल गांधी भाषण देने जाते हैं तो ये ऊपर वाली लाइनें हर जगह कॉमन रहती हैं, बस राज्य सरकारों का नाम बदल जाता है…

अब राहुल गांधी से एक सवाल…

क्या महाराष्ट्र, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, गोवा और जहां कहीं भी कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां सारा पैसा बिल्कुल सही जगह पहुंच जाता है…

राहुल अपने भाषणों में एक हिंदुस्तान में दो हिंदुस्तान की बात भी ज़रूर करते हैं, एक अमीरों का हिंदुस्तान और एक गरीबों का हिंदुस्तान…आज उन्होंने बंगाल में नई तान छेड़ी…एक बंगाल में भी दो बंगाल है…एक चमक-दमक वाला वामपंथियों का बंगाल…दूसरा गरीबों, आपका और हमारा बंगाल…गौरतलब है कि राहुल ने खुद को भी गरीबों वाले बंगाल में ही गिनाया…

राहुल बाबा, आपके पास एक से एक दिग्गज सलाहकारों की टीम है…उनसे कहिए ज़रा आपके भाषणों के लिए नया कुछ भी लिखें…कुछ क्रिएटिविटी दिखाएं…अगर आप एक ही बात जगह-जगह दोहराते रहे तो कहीं आपको सुनने वाले दोहरे न हो जाएं…

स्लॉग ओवर

क्या आपको पता है कि ‘फाइव डे वीक’ की शुरुआत किसने की थी…

नहीं पता…

मक्खन से पूछिए न, उसे जवाब पता है…

और जवाब है…

द्रौपदी…