ब्लॉगर मिले, तस्वीरों की भी एक ज़ुबान होती है…खुशदीप

ये कोई मीट-वीट नहीं थी…समीर जी से मिलने का बस बहाना था…लेकिन जो मौका-ए-दस्तूर था, वहां सीमित जगह और व्यवस्था का कसूर था कि चाह कर भी हर किसी को न बुला पाने के लिए मेजबान मंडल मजबूर था…खैर छोड़िए, लीजिए सुनिए…मौके की कहानी, राजीव कुमार तनेजा के चित्रों की ज़ुबानी…कैप्शन मेरे हैं…

आवाज़ दो हम एक हैं, हम एक हैं…

ट्रेन मिस न होने का मिस्टर हैंडसम के चेहरे पर गौरव- शाहनवाज़, महफूज़, खुशदीप

क्या मसला कुछ सीरियस है भाई- राकेश जी (जल्द ही ब्लॉगिंग में धमाकेदार एंट्री करने वाले हैं), अविनाश वाचस्पति, अजय कुमार झा, समीर लाल जी, शाहनवाज़, महफूज़, कार्टूनिस्ट इरफ़ान, खुशदीप



राजीव तनेजा भाई और मेरी खूब शिकायतें आपस में हुईं- खुशदीप, विम्मी (श्रीमति खुशदीप), संजू तनेजां (श्रीमति राजीव तनेजा)



एक इतिहासकार, दूसरा ब्लॉगरों को जोड़ने वाला बंजारा- रवींद्र प्रभात और अविनाश वाचस्पति

ताकत वतन की ब्लॉगिंग से है- रवींद्र प्रभात के नारे को गौर से सुनते इरफ़ान और राजीव तनेजा

गुरु शिष्य का दुर्लभ आई कॉन्टेक्ट…गवाह हैं- शाहनवाज़, महफूज़, इरफ़़ान, विम्मी खुशदीप





दो लखनऊओं के बीच फंसी दिल्ली…रवींद्र प्रभात, अविनाश वाचस्पति, महफूज़ अली

बैकस्टेज से मेज़बानी धर्म का निष्ठा से पालन करतीं गीताश्री…मेहमानी का आनंद उठाते शाहनवाज़, महफूज़, खुशदीप

कह दिया तो कह दिया महफूज़ से हैंडसम और कोई नहींराकेश जी, अविनाश वाचस्पति, गीताश्री, खुशदीप

चेहरे पर सफल आयोजन की खुशी…प्रतिभा के साथ सर्जना शर्मा

अब ये भी बता तो भाई प्लेट के नीचे क्या है…साधना भाभी के साथ समीर लाल जी



इतनी भागदौड़ के लिए ग्लूकोज़ लेना ज़रूरी है…सर्जना शर्मा और पत्रकारिता के कीर्ति-स्तंभ वीरेंद्र सैंगर जी

अरे भई मेरी फोटू-वोटू भी कोई लेगा या नहीं या मैं ही सबको शूट करता रहूंगा…राजीव कुमार तनेजा की सोलो परफॉरमेंस



यार के हंसते ही महफ़िल पर हंसी छा गई, छा गई…कार्टूनिस्ट इरफ़ान, राजीव कुमार तनेजा, सतीश सक्सेना जी

ये सनसिल्क का कमाल है…संजू तनेजा और प्रतिभा कुशवाहा


होठों को कर के गोल, सीटी बजा के बोल, के भईया आल इज़ वैल, के भईया आल इज़ वैल…संजू तनेजा, विम्मी खुशदीप, वंदना गुप्ता