ब्लॉगरों का सबसे बड़ा पोल खोल…खुशदीप

डेली ब्लॉग टाइम्स ने जान पर खेल कर बिलीचीक्स से हिंदी ब्लॉगरों के सीक्रेट हासिल किए हैं…ब्लॉग केबल नंबर 420-420 के तहत हासिल किए गए इन केबल्स से ब्लॉगवुड के ऐसे ऐसे राज़ हम खोलने जा रहे हैं कि आप दांतों तले उंगली दबा लेंगे…इसके ज़रिए कई दिग्गज ब्लॉगर होने जा रहे हैं बेनकाब…मसलन आप अभी तक डी कंपनी के नाम से किसे जानते रहे हैं-दाऊद इब्राहिम…जी नहीं डी कंपनी का संचालक अब भी दुबई में ही बैठा है और धडल्ले से अपना धंधा चला रहा है…दुबई में रहने वाले इस ब्लॉगर का नाम भी डी से ही शुरू होता है…आपने अंदाज़ लगा ही लिया होगा…ये शख्स कौन है…नहीं तो आज इस शख्स का नाम इस पोस्ट की टिप्पणियों में आ ही जाएगा…

आप जानते ही हैं डी कंपनी का जानी दुश्मन छोटा साजन है…ये छोटा साजन आज भी बैंकाक से ही अपना काम चला रहा है, लेकिन इसने अपना भेस बदल दिया है…इंटरपोल को चकमा देने के लिए इसने महिला का रूप धारण कर रखा है…बैंकाक निवासी इस ब्लॉगर के नाम के साथ डॉक्टर भी जुड़ा है…ऐसे शातिर ब्लॉगरों के चेहरे बदलने का काम दिल्ली में बैठा एक टिम्बर मर्चेंट कर रहा है…शक्ल से भोले-भाले दिखने वाले इस शख्स की पत्नी भी इसके कारनामों में बढ़-चढ़ कर साथ देती है…इस ब्लॉगरी गिरोह के तार पूरी दुनिया में फैले हुए हैं और ये तेज़ी के साथ कई देशों में अपने पैर पसारते जा रहे हैं…

इनके हिसाब-किताब का ज़िम्मा कनाडा में रहने वाले चार्टेड एकाउंटेंट ने उठा रखा है…ये चार्टेड एकाउंटेट विल्स सिगरेट के खाली पैकेटों पर ही कविताओं के ज़रिए कंपनी का लेखा-जोखा रखने में माहिर है..ये शख्स वैसे भी कल ही रियल दादा बना है… कनाडा में ही रहने वाली एक लेडी डॉन कंपनी की कारगुज़ारियों को शॉर्ट फिल्मों के ज़रिए शूट करती रहती है ताकि कल कोई ब्लॉगुर्गा अपनी ज़िम्मेदारी से मुकर न सके…ब्लॉगरों की डी कंपनी खुल्लमखुल्ला तौर पर ये सब गोरखधंधा चलाती है…

इस कंपनी का बड़ा फाइनेंसर जर्मनी में मौजूद है..इस फाइनेंसर ने पिछले साल के आखिर में रोहतक के तिलयार में बड़ा जमावड़ा कराया था…वहां एक कवि महोदय, शार्पशूटर और कंपनी के इंजीनियरिंग ठेकेदार की लाल परी के साथ एक तस्वीर के मीडिया में आ जाने से बड़ा रचनात्मक बखेड़ा भी खड़ा हो गया था…इस कंपनी की हिम्मत देखिए ये अपनी मीटिंग्स का इंटरनेशनल प्रसारण जबलपुर में बैठे एक शख्स के ज़रिए कराती रहती है…इस कंपनी का कोई आदमी फंसता है तो कोटा के एक नामी वकील के साथ सेटिंग कर रखी है…ज़मानत वगैरहा में कुछ प्रॉब्लम हो तो दिल्ली की तीस हज़ारी कोर्ट में बैठे छा जी की सेवाएं ली जाती है…

इंटरनेट संबंधी कोई भी समस्या हो तो भिलाई में बैठा तकनीक का सरदार इनकी मदद करता है…इस कंपनी को पैसे की दिक्कत भी कभी नहीं हो सकती…क्योंकि नुक्कड़ नुक्कड घूमने वाले एक हवाला आपरेटर को इन्होंने सेट कर रखा है…इसी हवाला के पैसे के दम पर इन्होने छत्तीसगढ़ में रहने वाले एक शार्पशूटर का इंतज़ाम कर रखा है…इस शार्पशूटर को शूटिंग की ज़रूरत ही नहीं पड़ती क्योंकि शिकार इसकी बड़ी-बड़ी मूच्छों को ही देखकर बेहोश हो जाता है…हथियारों के लिए ये कंपनी कानपुर में आयुद्य फैक्ट्री में काम करने वाले एक शख्स से कॉन्टेक्ट करती है…ये शख्स फटफटिया पर मौज लेने का बड़ा शौकीन है…ये गैंग कितनी दूर की सोच कर चलता है, ये इसी से अंदाज लग सकता है कि इसने अपना ही मेडिकल पैनल बनाया हुआ है…इस पैनल की कमान दो डॉक्टरों के पास है…एक ने रायबरेली में डेरा डाला हुआ है…दूसरा डॉक्टर  राजधानी दिल्ली से आपरेशन संभाले हुए हैं…दोनों डॉक्टर मरीजों को दवा की जगह अपनी फुलझ़ड़ियों से ठीक करने में यकीन करते हैं…(अरे नहीं बाबा मुन्नाभाई एमबीबीएस वाली वो फुलझ़डी नहीं जो कहती रहती हैं- आंखों में आंखों में डाल कर देख ले…)

ब्लॉगिंग जैसे जुर्म का वायरस फैलाने वाली इस कंपनी ने मीडिया में भी पपलू सेट कर रखे हैं…मीडिया प्रकोष्ठ का मुखिया दिल्ली से सटे नोएडा में बैठा शख्स है जो स्लोग ओवरों से सभी को पकाता रहता है…ये कंपनी कितना दूर का सोचती है ये इसी से पता चल जाता है कि लखनऊ में इन्होंने एक इतिहासकार को अपाइन्ट कर रखा है…ये कंपनी के शुरू होने से इसके हर कालखंड को लिख-लिख कर कैप्स्यूल फार्म में ज़मीन में गाढ़े जा रहा है…लखनऊ में रहने वाला एक स्वयंभू हैंडसम शख्स अपने मैनपुरिया जोड़ीदार के साथ दावे करता रहता है कि हमारे रहते डी-कंपनी बिल्कुल महफूज़ है और इसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता…इन्होंने मुंबई के अमन के पैगाम गुरू से हमेशा मासूम बने रहने की ट्रेनिंग ले रखी है…डी कंपनी की हार्ड ड्रिंक्स की ज़रूरतों को दिल्ली में बैठा एक शाह अपनी कंपनी की सॉफ्ट ड्रिंक्स से ही पूरा करता रहता है…

मैंने भंग की तरंग में बिलीचीक्स से मिले सीक्रेट केबल्स के हवाले से जितने राज़ खोले जा सकते थे, खोल दिए…अब आप भी शिवजी की बूटी चढ़ा कर ऐसे ही जितनी सीक्रेट बातें आप जानते हैं, कमेंट्स के ज़रिए खोलिए…डरिए मत आपको डिप्लोमेटिक इम्युनिटी दिलाने के लिए मैंने यूएन हेडक्वार्टर से स्पेशल परमिशन ले रखी है…

(होली स्पेशल)