बब्बू मान ने किया लाला लाजपत राय का अपमान…खुशदीप

लाला लाजपत राय का नाम कौन नहीं जानता…शहादत की दुनिया में पंजाब केसरी का नाम बड़े मान से लिया जाता है…देश को ब्रिटिश हुकूमत की बेड़ियों से आज़ाद कराने में लाला जी के दिए महत्ती योगदान को कौन भुला सकता है…इतिहास गवाह है कि लाला जी ने 30 अक्टूबर 1928 को साइमन कमीशन के विरोध में लाहौर में प्रदर्शनकारियों की भीड़ की अगवाई की थी…संविधान में संशोधन के लिए साइमन कमीशन भारत आया था…उसी प्रदर्शन में लाला जी पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गई थीं…इस घटना के सत्रह दिन बाद यानि 17 नवंबर 1928 को लाला जी ने आखिरी सांस ली थी…

लाला लाजपत राय

लाला लाजपत राय के बलिदान को हर देशप्रेमी नमन करता है…लेकिन क्या कोई शख्स ऐसा भी है जो लाला जी की शान में गुस्ताखी कर सकता है…उनके बलिदान की खिल्ली उड़ा सकता है…ऐसा ही एक शख्स है पंजाबी गायक बब्बू मान…बब्बू मान ने लंदन के वेंबले एरिना में अपने शो में गाए एक गीत में लाला जी के लिए क्या कहा…

आप खुद ही सुनिए…

सुना आपने…बब्बू मान ने क्या फरमाया…बब्बू मान कह रहा है कि पंजाब के मोगा के डुडिके गांव के एक शख्स (लाला जी) ने शेव करायी थी लेकिन मूंछे बढ़ाई हुई थी…धूप भी उन्हें चुभती थी, इसलिए छाता लेकर आए थे… और साइमन कमीशन का विरोध करते वक्त लाला जी की मौत लाठियों के प्रहार से नहीं बल्कि दिल का दौरा पड़ने से हुई थी…और लाला जी का नाम खामख्वाह शहीदों में आ गया…

बब्बू मान

पंजाब और पंजाबियों में बब्बू मान के खिलाफ ज़बरदस्त आक्रोश के बाद अब बब्बू मान का कहना है कि उसने जो गाने में कहा वो इतिहास की कुछ किताबों के हवाले से कहा है…और वो इन किताबों का नाम इसलिए नहीं बताना चाहते कि मुद्दे को और तूल मिलेगा और लोगों के दिलों को और ठेस पहुंचेंगी…वाह, बब्बू मान, वाह…अफसोस भी जता रहे हो तो हेकड़ी के साथ…वैसे अगर मान भी लिया जाए कि लाला जी की मौत लाठीचार्ज के 17 दिन बाद दिल का दौरा पड़ने से हुई थी, लेकिन क्या लाला जी के आज़ादी के लिए दिए योगदान को कोई मिटा सकता है…बब्बू मान ने जिस तरह अपने गाने को कंट्रोवर्सियल बनाने के लिए लाला जी का अपमान किया, उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है…

ऐसा पहली बार नहीं हो रहा कि बब्बू मान का नाम विवादों में आया हो…पहले भी बब्बू मान ने एक गाने में रिवाल्वर चक ल्यो (रिवाल्वर उठा लो) जैसा युवकों को गलत संदेश देने की कोशिश की थी…बब्बू मान की आवाज़ अच्छी है, चाहने वाले भी पूरी दुनिया में हैं…लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि देश के महानायकों का ही मखौल उड़ाने का उन्हें लाइसेंस मिल गया है…याद रखो बब्बू मान, तुम्हारे चाहने वाले अर्श पर चढ़ा सकते हैं तो मिनटों में तुम्हे फर्श पर पटक भी सकते हैं…