अन्ना के इस बयान पर सीपीआई के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा है-
“अन्ना पागल है…वो तालिबानी फरमान सुनाता है…”
अन्ना हज़ारे ने मंगलवार को कहा था कि शराब पीने वालों को पीटने के बाद सार्वजनिक तौर पर जलील करना चाहिए, इससे उन्हें इस आदत से छुटकारा दिलाया जा सकेगा…हालांकि अन्ना ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए ये भी साफ़ किया था कि ये तरीका अपनाने से पहले शराब पीने वाले शख्स को समुचित चेतावनी दी जानी चाहिए…
अन्ना के इस बयान को भी बीजेपी प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने खारिज करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी शराब छुड़वाने के लिए इस तरह के कट्टरपंथी तरीकों का समर्थन नहीं करती…यह आज के दौर का तरीका नहीं है…कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी अन्ना को लेकर अब बहुत सावधानी से बोलते हैं…उन्होंने अन्ना के सुझाव की तालिबान के उन फरमानों से तुलना की है जो वो शरीआ कानून का पालन न करने वालों के खिलाफ सुनाते रहे हैं…मनीष का कहना है कि अन्ना के इस सुझाव के हिसाब से तो आधे केरल, तीन-चौथाई आंध्र प्रदेश और अस्सी फ़ीसदी पंजाब को कोड़े लगाने होंगे…
इससे पहले अन्ना हजारे ने अपने बयान में स्वीकार किया कि वो महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगण सिद्धि में शराबियों को खंभे से बांधकर पीटा करते थे… यही वजह है कि रालेगण में अब कोई शराब नहीं पीता…अन्ना ने कहा, हम पहले प्यार से समझाते थे…शराब पीने वाले हमारे ही लोग हैं…इसलिए हम उन्हें तीन बार चेतावनी देते थे…चेतावनी के बाद अगर वे नहीं मानते तो जिंदगी में शराब न पीने का वचन लेने के लिए घसीट कर मंदिर ले जाते थे…इसके बाद भी अगर वे शराब पीना नहीं छोड़ते तो उन्हें मंदिर के पास खंभे से बांधकर पीटते थे…अन्ना ने इस तरीके को उचित ठहराते हुए कहा है कि यह शराबियों के फायदे के लिए है… सार्वजनिक तौर पर पिटाई के बाद शर्म के कारण शराबी अपनी आदत से छुटकारा पाने के लिए मजबूर हो जाएगा…
अब आप बताइए कि क्या आप इस मुद्दे पर अन्ना से सहमत हैं…