Deshnama ओ गंगा, तुम रुक गई क्यों…खुशदीप Khushdeep Sehgal — November 5, 2011 भूपेन हज़ारिका 8 सितंबर 1926- 5 नवंबर 2011 Related posts:‘सूट-बूट की, सूट-बूट द्वारा, सूट-बूट के लिए’...खुशदीपमनोज कुमार के बीजेपी से जुड़ाव का सच! धर्म पर क्या थी 'भारत' की राय?3 क़ातिल बेगम: ड्रम, ड्रेन और डंकमिसेज विनोद कांबली: जितनी ख़ूबसूरत ख़ुद, उतनी ही सोचयमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के सिर पर लटक रहा मौत का फंदा Author Recent Posts Follow MeKhushdeep SehgalAfter 3 decades in media (AajTak/India Today, Zee News etc.), Sehgal is now helping aspiring journalists by providing free practical knowledge. Follow MeLatest posts by Khushdeep Sehgal (see all) कपिल शर्मा शो के दास दादा नहीं रहे… - May 22, 2025 कौन हैं पीएम मोदी की मुरीद रुचि गुज्जर? - May 21, 2025 यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा निकली पाकिस्तानी जासूस! - May 17, 2025 Share on FacebookPost on X
श्रद्धांजलि!!
बहुत कुछ ले गया साल २०११ …
उनके गीत हमेशा उन्हें जीवित रखेंगे.
विनर्म श्रद्धांजलि .
विनम्र श्रद्धांजलि।
विनम्र श्रधांजलि ।
सुरों की गंगा रुक गयी क्यों …
नमन एवं श्रद्धांजलि!
श्रध्दासुमन………
उन की कृतियाँ हमारी बहुत बड़ी थाती हैं जो युगों तक उन की स्मृति बनाए रखेगी। उन की कलाएँ आम जन के लिए थीं और वह जल्दी किसी अपने को विस्मृत नहीं करता।
अभी श्रीलाल शुक्ल जी की चिता की आग ठंडी हुई नहीं कि कला की दुनिया को यह आघात !!!!!!
विनम्र श्रधांजलि ।
दुखद, गंगा से सभ्यता के बारे में प्रश्न पूछने वाला चला गया।
उनकी यादें हमेशा बनी रहेंगी ….