आलोचना का चॉपर पाक में उड़ सकता है, हमारे यहां क्यों नहीं…खुशदीप

क्रिकेटर
से नेता बने इमरान ख़ान को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बने जुम्मा जुम्मा दो हफ्ते
ही हुए हैं…लेकिन वहां कुछ घटनाएं ऐसी हुई हैं जिन्हें लेकर नई नवेली सरकार
आलोचनाओं के घेरे में हैं…मीडिया में भी इन घटनाओं को जमकर तूल दिया जा रहा
है…वहां के टीवी चैनलों पर प्रसिद्ध कॉमेडी शोज में भी इमरान और उनके मंत्रियों
पर खूब चुटकियां ली जा रही हैं…

आइए
पहले उन दो प्रमुख घटनाओं के बारे में आपको बता दें जिन्हें लेकर पाकिस्तान में
बवाल मचा है..
पहली
घटना है इमरान की तीसरी पत्नी बुशरा बीबी के पहले पति खावर मनेका का एक पुलिस
अधिकारी से उलझना और फिर उस अधिकारी का पलक झपकते ट्रांसफर होना…
दूसरी
घटना है इमरान खान का इस्लामाबाद में बानी गला स्थित अपने निजी आवास से हेलीकॉप्टर
के जरिए प्रधानमंत्री आवास तक आना-जाना…

साभार- GEO TV
याद रहे कि इमरान ख़ान ने चुनाव जीतते ही कहा था कि पाकिस्तान की माली हालत बहुत ख़राब
है इसलिए सबसे पहले सरकारी फिजूलखर्ची पर वो लगाम लगाएंगे…इमरान ने एलान किया कि
वो इसकी शुरुआत खुद से करेंगे और भव्य प्रधानमंत्री आवास में ना रहकर उसी परिसर
में स्थित तीन बेडरूम वाले अपार्टमेंट में रहेंगे…



इमरान ने पीएम हाउस को इंटरनेशनल
स्टैंडर्ड के एजुकेशनल हब में तब्दील करने का एलान किया ताकि पाकिस्तान के छात्रों
को विश्वस्तरीय शिक्षा सुविधाएं मिल सकें…इमरान ने पीएम आवास के 500 से ज्यादा
कर्मचारियों के लंबे चौड़े लश्कर में से सिर्फ दो की सेवाएं लेने की बात कही. साथ
ही कहा कि पीएम के 80 आलीशान गाड़ियों के बेड़े में से सिर्फ दो ही अपने पास
रखेंगे…बाकी सभी गाड़ियों को ऑक्शन कर दिया जाएगा जिनमें अधिकतर 5 करोड़ से ऊपर
की बुलेटप्रूफ हैं…


इमरान
ने ये भी कहा था कि वो तो पीएम आवास स्थित 3 बेडरूम वाला अपार्टमेंट भी नहीं लेना
चाहते थे बल्कि बनी गला स्थित अपने घर पर ही रहना चाहते थे लेकिन उन्हें बताया गया
कि सिक्योरिटी कारणों से ऐसा नहीं किया जा सकता…


अब
हुआ ये कि इमरान ने बनी गला स्थित अपने निजी घर से पीएम हाउस तक हेलीकॉप्टर से आना-जाना
शुरू किया तो वहां सवाल उठने लगे कि ये कैसी फिजूलखर्ची पर लगाम है
?
इमरान
के बचाव में झट उनके विश्वासपात्र और नए सूचना और प्रसारण (
l&B)
मंत्री फवाद चौधरी मैदान में उतरे…कभी पत्रकार रह चुके चौधरी ने मुशर्रफ सरकार
में भी इसी महकमे की जिम्मेदारी संभाली थी…


चौधरी
का कहना है हेलीकॉप्टर से खर्च सिर्फ़
55 रु प्रति किमी बैठता
है…कहां मिलता है ऐसा हेलीकॉप्टर भाई
? जब चौधरी से इस बारे
में पूछा तो उन्होंने कहा कि गूगल से सर्च किया है…तब से सोशल मीडिया पर उन्हें
गूगल चौधरीकह कर तंज कसे जा
रहे हैं…
इमरान
के हेलीकॉप्टर के जरिए आने जाने के पीछे ये भी तर्क दिया गया कि बनी गला स्थित घर
से पीएम हाउस के बीच दूरी 15 किलोमीटर है…आने जाने में 30 किलोमीटर का सफ़र करना
पड़ता है…ऐसे में इमरान नहीं चाहते कि सड़क से उनके आने जाने से और लोगों को
किसी तरह की असुविधा हो…इस सड़क पर वाहनों की भारी आवाजाही रहती है…
अच्छा
चलिए, अब आते हैं फवाद चौधरी की हेलीकॉप्टर से सफ़र पर 55 रूपए प्रति किलोमीटर खर्च
आने की कथित गूगल थ्योरी पर…अगर 55 नहीं तो प्रति किलोमीटर हेलीकॉप्टर यात्रा पर
वास्तव में कितना खर्च आता है
?

पाकिस्तानी चैनल GEO.TV की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान प्राइवेट कंपनी प्रिंसली
जेट्स के हेलीकॉप्टर की सेवाएं लेते हैं…इस कंपनी के सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर 4000
डॉलर प्रति घंटा
( करीब पांच लाख पाकिस्तानी रुपए) के हिसाब से लिए
जा सकते हैं…ये प्रति मिनट 66.66 डॉलर (8198 पाकिस्तानी रुपए) बैठता है…एविएशन
एक्सपर्ट्स के मुताबिक सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर एक मिनट में करीब 3 किलोमीटर उड़ता
है…इस तरह हेलीकॉप्टर प्रति किलोमीटर यात्रा का खर्च 2,670 रुपए (पाकिस्तानी
करंसी) बैठता है…



यानी इमरान के बानी गला स्थित घर से पीएम हाउस तक एक बार आने
जाने में सिंगल इंजन 6 सीटर हेलीकॉप्टर से 80,100 पाकिस्तानी रुपए का खर्च आता
है…इमरान डबल इंजन 15 सीटर
AW139 हेलीकॉप्टर इस्तेमाल
करते हैं…विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह के हेलीकॉप्टर का प्रति किलोमीटर खर्च
6,666 पाकिस्तानी रुपए बैठता है…(अगर आप भारतीय रुपए में ये खर्च जानने के इच्छुक
हैं तो आज की तारीख में भारत के एक रुपए की कीमत पाकिस्तानी मुद्रा में 1 रुपए 74
पैसे है…)

चलिए ये तो हो गई
हेलीकॉप्टर गाथा…अब आते हैं इमरान की तीसरी पत्नी और आध्यात्मिक गुरु बुशरा बीबी
के पूर्व पति खावर फ़रीद मनेका से जुड़े विवाद पर…बताया जा रहा है कि 23 अगस्त
की रात को खावर लाहौर से पाकपट्टन जा रहे थे
तभी उन्हें रात एक बजे जांच नाके पर
रोका गया…पुलिस ने खावर को रुकने का इशारा किया तो वो नहीं रुके. पुलिस ने कार का
कुछ किलोमीटर पीछा कर उन्हें पकड़ लिया…खावर ने बताया कि वो कौन हैं, इसके बावजूद
नहीं छोड़े जाने पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया…पाकपट्टन
के डीपीओ (डिस्ट्रिक्ट पुलिस ऑफिसर) रिज़वान गोंडाल हैं…

रिजवान गोंडाल और खावर फ़रीद मनेका (फोटो आभार-डेली टाइम्स)

मामला ऊपर तक गया तो
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नए मुख्यमंत्री और पीटीआई नेता उस्मान बुजदार ने
डीपीओ गोंडाल को पिछले शुक्रवार को तलब किया…गोंडाल को बताया गया कि खावर ने
शिकायत की है कि उनके साथ बदसलूकी की गई, इसलिए गोंडाल को उनके घर जाकर माफी
मांगनी चाहिए…

गोंडाल
ने माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. इसके
बाद पंजाब के आईजीपी सईद कलीम इमाम ने सज़ा के तौर पर गोंडाल के ट्रांसफर आदेश
जारी कर कर दिए…

पाकिस्तान
में मीडिया और विपक्ष में यही आरोप लग रहे हैं कि बुशरा बीबी ने खावर मनेका से
बदसलूकी की शिकायत इमरान से की थी और इमरान ने ही इस संबंध में पंजाब के
मुख्यमंत्री को निर्देश दिए…

वहीं पंजाब पुलिस
डीजी पब्लिक रिलेशन नायब हैदर ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि गोंडाल का तबादला
किसी राजनीतिक दबाव की वजह से नहीं बल्कि दुराचार और झूठे दावे करने के आरोप में
किया गया है…
अभी कहानी में
ट्विस्ट आना बाकी है…पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस मियां साकिब नसीर
ने इस घटना का स्वत
: संज्ञान लेते हुए बुशरा बीबी के पूर्व पति खावर मनेका
को 3 सितंबर को समन किया है…सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय बेंच ने पंजाब के आला
पुलिस अधिकारियों और मुख्यमंत्री बुज़दार के निजी सचिव और मुख्य सुरक्षा अधिकारी
को भी समन किया है…


कोर्ट ने 31 अगस्त
को इस मामले की सुनवाई के दौरान ये भी पूछा कि डीपीओ गोंडाल को क्यों मनेका के घर
जाकर माफ़ी मांगने के लिए कहा गया और क्यों उनका ट्रांसफर किया गया…बेंच के
सदस्य जस्टिस इजाज़ुल अहसान ने ये भी कहा,
‘’हम राजनीतिक दखल या
दबाव को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
’’

पाकिस्तानी
मीडिया में इन दोनों मुद्दों पर चटखारे लेने के साथ इमरान सरकार पर जमकर निशाना
साधा जा रहा है…सोशल मीडिया पर भी सादगी के दावे करने वाली इमरान सरकार पर खूब मज़े लिए जा रहे हैं…ये जानते हुए भी कि सरकार को आए बामुश्किल चंद दिन ही हुए हैं…

चुनाव
के दौरान ये कहा जाता रहा है कि इमरान पाकिस्तानी फौज की कठपुतली हैं…लेकिन इसके
बावजूद पाकिस्तान में मीडिया में इमरान सरकार को बख्शा नहीं जा रहा है…जमकर
आलोचना की जा रही है…

इमरान ने शुक्रवार को पाकिस्तान के टीवी एंकर्स के साथ बैठक में
कहा कि वो आलोचनाओं का स्वागत करते हैं जिससे उन्ह़े सरकार का कामकाज दुरूस्त करने
में मदद मिलेगी… इमरान ने अपनी सरकार के कामकाज का मूल्यांकन करने के लिए मीडिया
से कहा कि वो उन्हें बस 100 दिन दे…
चलिए
पाकिस्तान की बात छोड़िए, अब अपने देश पर लौटते हैं…उस सरकार का क्या जो खुद भी
मानती है और चाहती है कि सभी मानें कि वो जो भी करती है सब चकाचक करती है…यहां जनविरोधी
नीतियों की आलोचना के लिए क्या कोई गुंजाइश नहीं
?


देश
में ऐसा आभास देने का माहौल बनाने की कोशिश क्यों कि सरकार दूध की धुली है और तमाम
खोट विपक्षी नेताओं में ही हैं…
जय भारत…जय
लोकतंत्र…