आधी दुनिया…देश एक, चेहरे दो…खुशदीप

कहा जाता है भारत में एक देश में दो देश हैं…आम आदमी और गरीबों के लिए भारत…सुपर रिच और पावरफुल लोगों के लिए इंडिया…लेकिन पिछले एक हफ्ते में देश की आधी दुनिया से दो तस्वीरें ऐसी निकलीं, जिन पर हर किसी का ध्यान गया…ये कंट्रास्ट कितना चौंकाने वाला है, इस पर मैं अपनी ओर से कुछ ज़्यादा नहीं कहते हुए, आप पर ही अपना-अपना निष्कर्ष निकालने के लिए छोड़ता हूं….

छवि राजावत

पहले बात छवि राजावत की…30 साल की छवि जयपुर से 60 किलोमीटर दूर ग्राम सोड़ा की सरपंच हैं…पहली नज़र में कोई भी छवि को टॉप मॉडल या एक्ट्रेस समझने की भूल कर बैठेगा…छवि ने मार्च के आखिरी हफ्ते में संयुक्त राष्ट्र में 11वीं इन्फो-पॉवर्टी वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया…इस कॉन्फ्रेंस में गरीबी से लड़ने और विकास के लिए नागरिक प्रशासन की भूमिका पर विचार हुआ…

कॉन्फ्रेंस में जींस-टी शर्ट पहने छवि राजावत का परिचय एक भारतीय गांव की सरपंच के तौर पर दिया गया तो किसी को भरोसा नहीं हुआ…छवि भारत की शायद एकमात्र एमबीए सरपंच हैं…छवि ने कम्यूनिकेशन कंपनी में सीनियर मैनेजमेंट पद छोड़कर अपने बचपन के गांव की सेवा का फैसला किया…छवि का कहना है कि जब देश के गांवों में संसाधनों की कमी है हमें ई – सर्विस जैसी नई तकनीक का सहयोग लेना होगा…पिछले एक साल में छवि ने अपने गांववालों के साथ मिलकर ज़मीनी हालात में बदलाव किया है..मिलेनियम डिवेलपमेंट गोल को पाने के लिए छवि ने कॉरपोरेट दुनिया समेत सभी एजेंसियों से मदद मांगी.. उन्होंने युनाइटेड नेशंस के ऑफिस को विशेष धन्यवाद दिया… भारत में इस ऑफिस के सीनियर एडवाइजर बाबू लाल जैन छवि राजावत के गांव सोड़ा आए और गांव में पहला बैंक खोलने में पूरा योगदान दिया…इसीसे बहुत बड़ा फर्क पड़ा…

छवि राजावत

छवि राजावत अपने काम को अपनी जड़ों से जुड़ना बताती हैं…उनके शब्दों में, वह महज उस गांव का कर्ज अदा कर रही हैं जहां वो पली-बढ़ीं…लगभग दस हजार की आबादी वाले गांव का सरपंच बनने से पहले छवि होटल बिजनेस में भी हाथ आजमा चुकी थीं…छवि मैजिक नाम के अपने घोड़े पर सवार होकर अक्सर अपने इलाके में हालात का ज़ायजा लेने के लिए निकल जाती हैं…गांव वालों से मिलकर उनकी परेशानियों की जानकारी लेती हैं…छवि के मुातबिक गांव के प्रशासन को समझने और नए खून को गांव के विकास में हिस्सेदार बनाने में एमबीए की पढ़ाई का काफी फायदा हुआ…फिलहाल छवि का ध्यान गांव में पीने का पानी मुहैया कराने और हर बेरोजगार को रोजगार दिलाने पर है….

पूनम पांडेय

अब बात पूनम पांडेय की…
इसी देश में एक चेहरा पूनम पांडेय का भी सामने आया…जिसने अपने एक बयान से देश भर के मीडिया में सनसनी फैला दी…वर्ल्ड कप के साथ ही हर किसी का ध्यान पूनम पांडेय के बयान की ओर भी गया…वर्ल्ड कप में भारत की विजय के बाद हर कोई पूछ रहा है पूनम पांडेय कहां हैं…लेकिन पूनम ने जैसा सोचा था, वैसे ही तीर बिल्कुल सही निशाने पर बैठा….पूनम को वर्ल्ड कप से पहले जहां मॉडलिंग वर्ल्ड में ही थोड़े बहुत लोग जानते थे, अब पूरी दुनिया जान गई है…

पूनम के सेक्रेटरी विपिन के मुताबिक पूनम को एक इंटरनेशनल मैगज़ीन से कवर पेज पर न्यूड पोज़ देने के लिए पांच लाख डॉलर की पेशकश की गई है…टीवी रियल्टी शोज़ के लिए भी पूनम की डिमांड बहुत बढ़ गई है…फाइनल से एक दिन पहले पूनम ने बीसीसीआई को एक चिट्ठी भेजकर कहा था कि टीम इंडिया के लिए न्यूड होने की बात कहने से टीम पर थिरेपी इफेक्ट पड़ेगा और उन्हें वर्ल्ड कप जीतने में मदद करेगा… पूनम ने इसके लिए पश्चिमी देशों में किए जाने वाले इस तरह के प्रयोगों का हवाला भी दिया…पूनम के मुताबिक वादा पूरा करने के लिए बीसीसीआई ही कोई उपयुक्त स्थान सुझा सकती है…पूनम ने अपनी तरफ़ से ही सलाह दी कि इसके लिए फ्रांस में पेरिस जैसी जगह को चुना जा सकता है जहां भारत के क़ानून लागू नहीं होते…पूनम के इस दुस्साहस को लेकर देश में कई जगह आपराधिक शिकायत दर्ज की जा चुकी है…बलरामपुर की अदालत से तो पूनम के खिलाफ मुकदमे के आदेश भी जारी हो चुके हैं…