Watch: रवि बिश्नोई- खेतों में प्रैक्टिस की, अब करोड़ों बरसे

 


राइट आर्म लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को लखनऊ ने 4 करोड़
में खरीदा, 
केएल राहुल के पसंदीदा खिलाड़ी रहे हैं रवि वही लखनऊ
टीम में साथ ले गए, 
पंजाब किंग्स इलेवन के लिए राहुल की कप्तानी में खेल
चुके हैं रवि बिश्नोई 



नई दिल्ली (22 जनवरी)। 

आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन से पहले नई लखनऊ फ्रेंचाइज़ी ने अपने 3 खिलाड़ियों के नाम फाइनल कर दिए
हैं. केएल राहुल को कप्तान बनाया गया है
. ऑस्ट्रेलियाई
ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस
के अलावा लखनऊ फ्रेंचाइज़ी ने चौंकाते हुए स्पिनर रवि
बिश्नोई को भी टीम में शामिल किया है.
रवि बिश्नोई को चार करोड़
रुपए फीस मिलेगी.
रवि
बिश्नोई अब तक पंजाब किंग्स के लिए आईपीएल खेलते थे और इस बार उन्हें पंजाब ने
रिलीज कर दिया था.

Ravi Bishnoi Instagram

पंजाब
किंग्स के लिए भी रवि बिश्नोई केएल राहुल की अगुवाई में ही खेलते थे. उन्होंने
आईपीएल के दो सीजन में दमदार प्रदर्शन किया और राहुल के फेवरेट खिलाड़ी बन गए. ऐसे
में राहुल को लखनऊ का कप्तान बनाया गया तो वो रवि को भी अपने साथ ले गए.

राइट आर्म
लेग स्पिनर
रवि
बिश्नोई ने
IPL में अब तक 23 मुकाबलों में 6.96 की इकोनॉमी के साथ 24 विकेट झटके हैं. उनका आईपीएल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक मैच में 24
रन देकर 3 विकेट लेना रहा है. बिश्नोई ने अन्य घरेलू मैचों में भी अच्छा प्रदर्शन
किया है.

2020 के आईपीएल से पहले किंग्स इलेवन पंजाब ने रवि बिश्नोई को दो करोड़
में खरीद लिया था. वे राजस्थान के जोधपुर के पहले खिलाड़ी हैं
, जो अंडर-19 वर्ल्ड कप और आईपीएल दोनों खेल
चुके हैं. रवि बिश्नोई ने
2020 के अंडर 19 वर्ल्डकप में भी हिस्सा लिया था और शानदार प्रदर्शन किया था.

भारतीय
टीम उस अंडर
19 वर्ल्डकप में फाइनल में भी पहुंची थी लेकिन टीम को बांग्लादेश के
हाथों मात मिली थी. उस वक्त अभद्रता करने वाले बांग्लादेश के कुछ खिलाड़ियों से
रवि बिश्नोई की झड़प भी हुई थी.

21 साल
के रवि बिश्नोई ने क्रिकेट में करियर बनाने के लिए बहुत मेहनत की जिसका अब उन्हें
फल मिल रहा है. रवि के करीबी बताते हैं कि बचपन में वो खेतों की उबड़खाबड़ जमीन पर
ही बोलिंग की प्रैक्टिस करते थे. आगे चलकर रवि जोधपुर में क्रिकेट एकेडमी से जुड़
गए.

एक ऐसा
समय आया था जब रवि को अंडर
16 टीम में नहीं चुना गया था तो उनके परिवार वाले क्रिकेट छोड़ने
के लिए दबाव बनाने लगे. रवि को किसी और फील्ड में करियर बनाने की सलाह दी जाने
लगी. लेकिन रवि अपनी धुन के पक्के रहे. इसी का सबूत है अब लखनऊ फ्रेंचाइज़ी की ओर
से उन्हें चार करोड़ रुपए में खरीदे जाना.