एक थी सौंदर्या: हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत या मर्डर

सूर्यवंशम फिल्म में अमिताभ बच्चन की हीरोइन सौंदर्या की ट्रेजिक कहानी

22 साल पहले हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हुई या वो प्लैन्ड मर्डर था

साउथ के एक्टर मोहन बाबू आरोपों के घेरे में, ज़मीन के लिए रची साज़िश?

– खुशदीप सहगल

नई दिल्ली, (12 मार्च, 2025)|

सूर्यवंशम वो फिल्म जो न जाने कितनी बार मूवी चैनल्स पर दिखाई गई. हीरा ठाकुर बने अमिताभ बच्चन की इस फिल्म के जितने मीम्स बने शायद ही किसी और बॉलिवुड की फिल्म के बने हो. लेकिन आज इस स्टोरी में बात अमिताभ बच्चन की नहीं बल्कि फिल्म में राधा का किरदार निभाने वाली हीरोइन सौंदर्या की होगी.

साउथ की सुपरस्टार रह चुकीं सौंदर्या को इस दुनिया को छोड़े 22 साल हो चुके हैं. 17 अप्रैल 2004 को सौंदर्या की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हुई थी. तब उनकी उम्र महज़ 31 साल की थी. इस क्रैश में सौंदर्या के भाई अमरनाथ भी मारे गए थे. बताया जाता है कि उस वक्त सौंदर्या प्रैग्नेंट भी थीं.

उस क्रैश के 22 साल बाद आज फिर क्यों सौंदर्या का नाम सुर्खियों में हैं, देशनामा आपको इस स्टोरी में सब बताने जा रहा है लेकिन उससे पहले आपसे अपील है कि हमारे चैनल को सब्सक्राइब करने के साथ घंटी वाला बटन ज़रूर दबा दें जिससे हमारे सभी नए वीडियोज़ आप तक पहुंचते रहें.

सौंदर्या की मौत के 22 साल बाद आंध्र प्रदेश के खम्मम ज़िले में पुलिस को दी गई शिकायत में दावा किया गया है कि सौंदर्या की मौत एक्सीडेंट नहीं बल्कि मर्डर था जिसकी गहन जांच होनी चाहिए. शिकायत करने वाले चिट्टीमल्लू ने सौंदर्या और उनके भाई की मौत के लिए विलेन का किरदार निभाने वाले साउथ के जाने माने एक्टर मोहनबाबू को ज़िम्मेदार ठहराया है. चिट्टी मल्लू के मुताबिक मोहन बाबू सौंदर्या पर 6 एकड़ ज़मीन बेचने के लिए दबाव डाल रहे थे, लेकिन सौंदर्या इसके लिए तैयार नहीं थे.

17 अप्रैल 2004 को सौंदर्या बीजेपी और तेलुगु देशम के एक साझा चुनावी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए सेसना 80 हेलिकाप्टर से करीमनगर जा रही थीं. सुबह 11 बजकर पांच मिनट पर इस हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी थी, लेकिन थोड़ी देर बाद ही ये यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज़ के गांधी कृषि विज्ञान केंद्र के फील्ड में जा गिरा. ज़मीन पर घिरते ही इसमें आग लग गई. इस क्रैश के बाद सौंदर्या की बॉड़ी तक नहीं मिल पाई थी.

शिकायत करने वाले चिट्ठीमल्लू ने मोहन बाबू से अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की है. साथ ही जलपल्ली में 6 एकड़ के गेस्टहाउस को जब्त करने की मांग की गई है। चिट्टीमल्लू का दावा है कि सौंदर्या की मौत के बाद मोहन बाबू ने अवैध रूप से इस ज़मीन पर कब्जा कर ये गेस्टहाउस बनाया. शिकायतकर्ता का कहना है कि सरकार को ये ज़मीन वापस लेकर इसे अनाथालय, सुरक्षाबलों, पुलिस या मीडियाकर्मियों के कल्याण के लिए इस्तेमाल करना चाहिए.

मोहन बाबू का नाम अभी हाल में अपने छोटे बेटे मंचू मनोज के साथ पुलिस केस की वजह से भी चर्चा में आ चुका है.

18 जुलाई 1972 को कोलार ज़िले के मुलाबागिलु ज़िले में के एस सत्यनारायण और मंजुला के घर सौंदर्या का जन्म हुआ. सौंदर्या के पिता सत्यनारायण कन्नड फिल्म राइटर और प्रोड्यूसर थे. सौंदर्या पढ़ाई में होशियार थीं और उन्हें 1991 में एमबीबीएस की पढाई के लिए बेंगलुरू में दाखिला भी मिल गया था. लेकिन उन्होंने एक साल बाद ही कन्नड फिल्म बा नन्ना प्रीथीसु में ब्रेक मिलने की वजह से डॉक्टरी की पढ़ाई छोड़ दी. 27 अप्रैल 2003 को सौंदर्या की शादी सॉफ्टवेयर इंजीनियर जीएस रघु से हुई. उनकी शादी को एक साल भी नहीं हुआ था कि सौंदर्या 17 अप्रैल 2004 को हेलीकॉप्टर क्रैश की वजह से दुनिया छोड़ गईं.

बहरहाल अब देखना होगा कि उस क्रैश के 22 साल बाद भी सौंदर्या की मौत की गुत्थी सुलझ पाती है या नहीं.

इस स्टोरी का वीडियो यहां देखिए-

 

 

 

Khushdeep Sehgal
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