आपने बूबी ट्रैप के बारे में सुना होगा? किस तरह उसमें दुश्मन को फंसाया जाता है। चलिए वो भी छोड़िए। आपने घर में चूहे का पिंजरा तो ज़रूर देखा होगा। कैसे रोटी... Read more »
नमो खिचड़ी, रागा चॉकलेट, केजरी चना… अरे ओ सांभा, ये रामगढ़ वाले कौन सी चक्की का आटा खाते हैं रे…लेकिन आज सवाल ये है कि हमारे देश की पॉलिटिकल पार्टियों के नेता... Read more »
(वादे के मुताबिक खुशवंत सिंह के कॉलम की प्रेरणा से खुशबतिया का दूसरा संस्करण आपकी पेश-ए-नज़र है, अपनी राय से ज़रूर अवगत कराइएगा।) अटल और मोदी का फ़र्क़… बीजेपी की ओर से... Read more »
मुगल शासक जहांगीर के वक्त दरबार-ए-आम की व्यवस्था थी…आगरा फोर्ट के बाहर 60 घंटों में से किसी एक को बजा कर कोई भी शख्स सीधे बादशाह तक फरियाद पहुंचा सकता था…इन्हें इनसाफ... Read more »
हसरतें हैं कि बढ़ती ही जाती हैं…दिल्ली के ट्रेलर के बाद केजरीवाल एंड कंपनी कह रही है कि पिक्चर अभी बाकी है दोस्त…यानि दिल्ली जीती, अब देश की बारी है…ग़ालिब दिल बहलाने... Read more »
आम आदमी पार्टी देश की राजनीति में आई नहीं कूदी है…पार्टी के मुताबिक परंपरागत सियासी दलों ने देश की राजनीति में इतने गढ्डे कर दिए हैं कि उसे इसमें कूदना पड़ा…चलिए अब... Read more »
पंडित रविशंकर की जुगलबंदी… द लाइफ ऑफ पाई… धर्मेंद्र का डॉन्स सीखना… तीनों अलग-अलग बातें…लेकिन आज तीनों इकट्ठी याद आ गई…वजह बना इकोनॉमिक टाइम्स में आशीष शर्मा का एक आर्टिकल…ये आर्टिकल अरविंद... Read more »
देश की राजनीति करवट ले रही है…दिल्ली के चुनाव में जनता जनार्दन ने उलझा हुआ नहीं बहुत सुलझा हुआ संदेश दिया है…कांग्रेस की उसके करमों के लिए बुरी गत बनाई है…बीजेपी को... Read more »
अरविंद केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक पार्टी का नाम ‘आम आदमी पार्टी ‘ (AAP) रखा है…अभी तक जिस ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ (IAC) के बैनर तले वो मौजूदा राजनीतिक पार्टियों की नाक में दम... Read more »
जिसका अंदेशा था, वही हुआ…जंतर-मंतर पर जली लौ से जो उम्मीद जगी थी, वो लड़ाई की शुरुआत में ही टिमटिमाने लगी है…अन्ना की ईमानदारी और मंशा को लेकर मुझे कोई शक-ओ-शुबहा नहीं... Read more »