ममता कुलकर्णी: स्क्रीन, सिंडीकेट और संन्यास

 

24 जनवरी 2025 को महाकुंभ प्रयागराज में किन्नर अखाड़ा की ओर से ममता कुलकर्णी का पट्टाभिषेक (फोटो- सोशल मीडिया)

ममता कुलकर्णी बनीं माई ममता नंद गिरी, महामंडलेश्वर की परीक्षा में पास

पिछले साल 2000 करोड़ के ड्रग मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट से मिली क्लीन चिट

90 के दशक में सलमान, अक्षय, आमिर, गोविंदा, सैफ़ अली ख़ान की हीरोइन रहीं

-खुशदीप सहगल

नई दिल्ली (25 जनवरी 2025)|

सिल्वर स्क्रीन से ड्रग सिंडीकेट और फिर संन्यास. यही कहना होगा बीते वक्त की बॉलीवुड स्टार ममता  कुलकर्णी  (Mamta Kulkarni) के लिए. वो ममता कुलकर्णी जिनका नाम एक ड्रग लॉर्ड से कथित संबंधों को लेकर विवादों में रहा. उन्हीं ममता कुलकर्णा ने महाकुंभ में 24 जनवरी 2025 से अध्यात्म की नई यात्रा शुरू की है. अब वो माई ममता नंद गिरी बन गई हैं. ममता ने पहले किन्नर अखाड़ा में संन्यास लिया, फिर उन्हें नया नाम मिला. किन्नर अखाड़ा ने पिंडदान के बाद ममता का पट्टाभिषेक कराया.

52 साल की ममता ने शुक्रवार को महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मिलकर आशीर्वाद लिया. ममता अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी से भी मिली. फिर ममता ने साध्वी के कपड़ों में पवित्र संगम में डुबकी ली. ममता ने बताया कि उन्होंने 23 साल पहले कुपोली आश्रम में गुरु श्री चैतन्या गिरी से दीक्षा ली थी और अब उन्होंने पूर्ण संन्यास लेकर नए जीवन में प्रवेश किया है. ममता ने रिपोर्टर्स से बातचीत में कहा कि “मेरी तपस्या 2000 में शुरू हुई थी. मैंने लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को पट्टागुरु बनाया जो अर्द्धनारेश्वर के साक्षात रूप हैं. ये शुक्रवार का दिन है जो महाकाली का होता है. महामंडलेश्वर के टाइटल के लिए मुझे परीक्षा से गुजरना पड़ा. मुझसे पूछा गया था कि मैंने पिछले 23 साल क्या किया. जब मैंने सारी परीक्षाएं पास कर लीं तो मुझे महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई.”

इस स्टोरी का वीडियो यहां देखें-

https://youtu.be/FcYM_zkx7Bg

ममता से जब पूछा गया कि संतों और साध्वियों के एक वर्ग में उनकी दीक्षा को लेकर नाराजगी है तो उन्होंने कहा- “कुछ लोग नाराज़ है. मेरे फैंस भी नाराज़ हैं, वो समझते थे कि मैं बॉलीवुड में वापस आऊंगी. लेकिन जो ऊपर वाले की इच्छा थी. कोई भी महाकाल और महाकाली की शक्ति से आगे नहीं है. वही परम ब्रह्म हैं.”

बता दें ममता कुलकर्णी पिछले दो साल से जूना अखाड़े से जुड़ी रहीं, पिछले दो तीन महीने से ही वो किन्नर अखाड़ा के संपर्क में आईं.

पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास ने बताया, “महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया बहुत सामान्य है. कुल 13 अखाड़े हैं, हर एक के अपने केंद्रीय नियम होते हैं लेकिन सभी जगह सेवा का केंद्रीय मूल्य सबसे ऊपर होता है. महामंडलेश्वर बनने के लिए 12 साल का समर्पण और आध्यात्मिक अभ्यास ज़रूरी होता है. इसमें प्रत्येक दिन सवा लाख बार राम का नाम जपना और सख्त तपोमयी जीवन जीना होता है. इसमें हर दिन सिर्फ तीन-चार घंटे की नींद के साथ अनुशासित जीवन जीना होता है.”

ममत कुलकर्णी और विक्की गोस्वामी

ममता कुलकर्णी 24 साल विदेश में रहने के बाद कुछ अर्सा पहले भारत लौटीं तो उन्होंने ड्रग माफिया के आरोपों से घिरे रहे विक्की गोस्वामी के साथ अपने से जुड़े विवादों पर खुल कर बात की थी. ममता कुलकर्णी 2000 करोड़ के ड्रग मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से क्लीन चिट मिलने के बाद पिछले साल के आखिर में भारत लौटीं थी. 2016 में ठाणे में रजिस्टर्ड हुए केस में ममता कुलकर्णी का नाम भी था. लेकिन पिछले साल हाईकोर्ट ने ममता के खिलाफ एफआईआर रद्द कर दी. 3 दिसंबर 2024 को इस मुद्दे पर ममता ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में क्या कहा था, उन्हीं की जुबानी सुनिए…

ममता कुलकर्णी ने तब विक्की गोस्वामी से शादी की बात से भी इनकार किया लेकिन कभी आपस में प्यार होना कबूल किया. ममता ने तब कहा था कि उन्होंने कभी किसी से शादी नहीं की और उनका पहला प्यार भगवान है. ममता के मुताबिक उनका विक्की से पिछले 9 साल से कोई संपर्क नहीं है. वो 2016 से खुद के लिए तपस्या कर रहीं हैं.

20  अप्रैल 1972 को मुंबई में कोंकणस्थ ब्राहम्ण परिवार में जन्मीं ममता कुलकर्णी की पढ़ाई जुहू में सेंट जोसेफ हाई स्कूल से हुई. उनका असल नाम पद्मावती है.

ममता कुलकर्णी अपने पिता मुकुंद कुलकर्णी के साथ (फाइल फोटो)

जहां तक  ममता के फिल्मी सफ़र की बात है तो ये तमिल फिल्म नानबरगल से 1991 में शुरू हुआ. उसी साल इस फिल्म के हिन्दी रीमेक मेरा दिल तेरे लिए के साथ बॉलीवुड में आगाज किया. ममता को 1992 में राजकुमार,नाना पाटेकर जैसे दिग्गजों के साथ फिल्म तिरंगा में काम करने का मौका मिला. ममता ने 1995 में रिलीज कर्ण अर्जुन में सलमान ख़ान के अपोजिट लीड रोल किया.

फिल्म करन अर्जुन में सलमान ख़ान के अपोजिट हीरोइन रहीं ममता कुलकर्णी

इसके अलावा ममता ने आंदोलन  में गोविंदा-संजय दत्त, बाज़ी में आमिर ख़ान और वक्त हमारा है,सबसे बड़ा खिलाड़ी जैसी फिल्मों में अक्षय कुमार के साथ हीरोइन के तौर पर काम किया.  नब्बे के दशक के शुरुआती वर्षों में ममता कुलकर्णी ने फिल्म मैगजीन ‘स्टार डस्ट’ के कवर के लिए  टॉपलेस पोज़ दिया था जिसके लिए उन्हें काफ़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था.

ममता ने सितंबर 1993 में स्टारडस्ट मैगजीन के कवर के लिए टॉपलेस पोज़ शूट कराया था

ममता ने सांसारिक जीवन छोड़ अब आध्यात्मिक रास्ते को चुना तो महाकुंभ से अच्छा और क्या अवसर हो सकता था….

 

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