Life…यही ज़िंदगी है…खुशदीप

हमेशा आगे की चाल चलते रहने से कोई शतरंज की बाज़ी नहीं जीत सकता…कभी सही चाल के लिए आपको कदम पीछे की ओर भी खींचने पड़ते हैं…

यही ज़िंदगी है…


ये सही है कि हम जब भगवान को बुलाते हैं, ठीक उसी वक्त वो नहीं आते…लेकिन भगवान की घड़ी ठीक वक्त के मामले में कभी चूक नहीं करती…ये हम ही होते हैं जो जल्दी में होते हैं…


स्लॉग ओवर

बच्चे स्मार्ट पर स्मार्ट होते जा रहे हैं…

मक्खन रात को गुल्ली को कहानी सुना रहा था जिससे कि उसे नींद आ जाए…मक्खन ने जैसे ही कहा…एक था राजा…


गुल्ली का जवाब था…

डैडी जी, कोई नई कहानी सुनाओ, मैं 2-G स्पेक्ट्रम घोटाले के बारे में सब कुछ जानता हूं…