27
सितंबर
को गूगल ने एक
खास डूडल के साथ अपना
16वां
जन्मदिन मनाया। गूगल
के होम पेज पर ऐसा डूडल बनाया
गया,
जिसमें
गूगल के लोगो में किसी मैच्योर
इंसान की तरह लेटर ‘G’
अपने
परिवार के बाकी लेटर्स ‘O’
और
‘L’
की
हाइट नाप रहा है। इस बात से
शायद कंपनी ये इशारा कर रही
है कि अब गूगल बड़ा हो गया है।
12
दिन
पहले ही 15
सितंबर
को गूगल ने अपना नया लो–बजट
एंड्रॉयड वन डिवाइस लॉन्च
किया। ये डिवाइस हिंदी भाषी
लोगों के लिए खासा मददगार
साबित होगा। इस डिवाइस की मदद
से जहां हिंदी की–बोर्ड
के साथ टाइप किया जा सकेगा
वहीं सभी मेजर एप भी हिंदी
भाषा में डाउनलोड किए जा सकते
हैं। भारत की करीब 40
फीसदी
जनसंख्या की पहली भाषा हिंदी
है। एक सर्वे के अनुसार 2014
में
भारत में स्थानीय भाषा का
इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं
की संख्या में एक–चौथाई
का इज़ाफ़ा हुआ है।
देखा होगा कि जब लोग रोमन में
हिंदी लिखते हैं तो उन्हें
पढ़ने में काफी दिक्कत होती
है। इसी के समाधान के लिए गूगल
ने खास एप विकसित किया। गूगल
हिंदी इनपुट एक भारतीय इनपुट
टूल है जो आपको अपने एन्ड्रॉयड
फोन पर हिंदी में संदेश लिखने,
सोशल
वेबसाइट नेटवर्क पर अपडेट
देने या ईमेल लिखने देता है।
एन्ड्रॉयड 4.0
से
पहले,
गूगल
ने देवनागरी फॉन्ट समर्थन
नहीं प्रदान की थी। यह 4.0
से
उपलब्ध है। इसमें नया हिंदी
की–बोर्ड
डिजाइन है। वर्णमाला के
ज़्यादातर अक्षर मुख्य स्क्रीन
पर क्रम से हैं। व्यंजन लिखने
पर स्वर की जगह मात्रा आ जाती
है। शब्दांश के लिए उन्हें
देर तक दबाए रखें। मसलन ”
ई
“ को लंबे समय तक
दबाने पर “ई”
या
”
ी” लिख सकते हैं। ”
क“
को लंबे समय तक दबाने
पर क,
कं,
क्र,
र्क
लिखा जा सकता है। स्माइली
कीबोर्ड में ज़्यादा आइकन्स
(सिर्फ
एन्ड्रॉयड 4.4
में)
हैं।
आप
जानते हैं गूगल
ने स्मार्टफोन्स तथा टेब्लेट
कम्प्यूटर्स में प्रयुक्त
होने वाले अपने बेहद लोकप्रिय
एन्ड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम
के नए वर्जन (एन्ड्रायड
4.4)
को
क्या नाम दिया है?
– किट
कैट।
उल्लेखनीय
है कि गूगल ने एन्ड्रायड
ऑपरेटिंग सिस्टम के तमाम पूर्व
में लांच किए गए वर्जन्स का
नाम खाने–पीने
की चीजों पर रखने की अपनी परंपरा
को फिर निभाते हुए इस ऑपरेटिंग
सिस्टम का नाम बेहद लोकप्रिय
चाकलेट ब्राण्ड किट–कैट
पर रखने की घोषणा की है। पूर्व
में एन्ड्रॉयड ऑपरेटिग सिस्टम
के कुछ नाम रहे हैं–
कपकेक,
डोनट,
फ्रोयो,
जिंजरब्रेड,
आइस
क्रीम सैण्डविच और
जेली
बीन।
गूगल
का दावा है कि इस समय पूरी
दुनिया में एन्ड्रायड ऑपरेटिंग
सिस्टम पर आधारित एक अरब से
अधिक स्मार्टफोन्स व टैब्लेट्स
का प्रयोग हो रहा है)
गूगल
ने 15
सितंबर
को भारतीय
मोबाइल फ़ोन निर्माता कंपनियों
के साथ मिलकर तीन किफ़ायती
एंड्रॉएड स्मार्टफ़ोन लॉन्च
किए।
‘एंड्रॉएड
वन‘
प्रोजेक्ट
के पहले तीन फ़ोन हैं –
माइक्रोमैक्स
कैन्वास ए-1,
स्पाइस
ड्रीम उनो और कार्बन स्पार्कल।
हाई
स्पीड प्रोसेसिंग,
डुअल
सिम कार्ड,
एफ़एम
रेडियो,
एसडी
कार्ड मेमोरी और पांच मेगापिक्सल
के कैमरे समेत कई एडवांस फ़ीचरों
से लैस इन फ़ोन्स की क़ीमतें
छह से सात हज़ार के बीच हैं।
तेज़ी
से बढ़ रहे भारतीय स्मार्टफ़ोन
बाज़ार को देखते हुए गूगल ने
एंड्रॉएड वन प्रोजेक्ट की
शुरुआत भारत से की है।
सभी
एंड्रॉएड वन फ़ोन के हार्डवेयर
और सॉफ्टवेयर स्पेसिफिकेशंस
गूगल के तय किए हुए हैं और
इन्हें भारतीय मोबाइल फ़ोन
कंपनियों ने बनाया है।
हालांकि
एंड्रॉएड वन स्मार्टफ़ोन्स
को गूगल की सीधी ब्रांडिंग
का फायदा मिल सकता है।
इन
फोन्स की बिक्री फिलहाल ऑनलाइन
हो रही है। अक्टूबर से इन्हें
रिटेल बाज़ार से खरीदा जा
सकेगा।
एंड्रॉएड के ये स्मार्टफोन
हिंदी भाषा के साथ ही नौ दूसरी
भाषाओं को सपोर्ट करेंगे।
इन
स्मार्टफोन में वॉइस कमांड,
मैसेज
टाइपिंग और दूसरे एप्लिकेशन
अपनी लोकल भाषा में यूज कर
सकेंगे।
इन
स्मार्टफोन को क्वालिटी के
लिए गूगल द्वारा टेस्ट किया
जाएगा।
गूगल
के ऑपरेटिंग सिस्टम सपोर्टिव
होने के कारण आप इस अच्छी गति
के साथ यूट्यूब वीडियोज़ देख
सकते हैं।
इसके
साथ गूगल मैप,
गूगल
सर्च,
गूगल
ट्रांसलेट जैसी सुविधओं का
यूज भी अच्छे यूजर इंटरफोस
के साथ किया जा सकता है।
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