बेचारा मर्द…खुशदीप

आज आपको इस माइक्रोपोस्ट से यक़ीन हो जाएगा कि मर्द बेचारे कितने बेचारे होते हैं…

मसलन…

अगर औरत पर हाथ उठाये तो : ज़ालिम

औरत से पिट जाये तो  : बुज़दिल

चुप रहे तो :  बेगैरत

घर से बाहर रहे तो : आवारा

घर में रहे तो : नकारा

बच्चों को डाटें तो : बेरहम

न डाटें तो : लापरवाह

पत्नी को नौकरी से रोके तो : शक्की-मिज़ाज

न रोके तो : पत्नी की कमाई खानेवाला

मां की माने तो : मां दा लाडला

पत्नी की सुने तो : जोरू का गुलाम

न जाने कब आएगा : Happy Mens Day ?

मुझे लगता है कि यहां तक पढ़ने के बाद मर्द डिप्रैशन में आना शुरू हो गए होंगे…

अब उनके डिप्रैशन को दूर करने के लिए परम श्रद्धेय बाबा खुशवंत सिंह जी के कॉलम से आभार लिया स्लॉग ओवर सुनाता हूं…

स्लॉग ओवर

जितने भी वफ़ादार पति होते हैं, मरने के बाद सीधे स्वर्ग में जाते हैं…

और जो पति वफ़ादार नहीं होते यानी नॉटी होते हैं वो…

जीते जी ही स्वर्ग धरती पर ले आते हैं…

(वैधानिक चेतावनी…मर्द अपने जोखिम पर इस स्लॉग ओवर के पालन की सोचें…वैसे बचेंगे तब सोचेंगे न..)

(विशुद्ध हास्य)