बताओ भला देश में भागदौड़ कहां कम है…खुशदीप

CWG, 2G, COAL, CHITFUND, HELICOPTER
DEAL….

सब जगह घोटाला…देश में उबाल…विपक्ष का बवाल…संसद में भूचाल…सरकार फिर
भी कमाल…
कह रही है, हम जितने ज़रूरी कदम हैं, सभी उठा रहे हैं…भ्रष्टाचारियों को
बख्शा नहीं जाएगा….लेकिन किसी मंत्री-संतरी के इस्तीफ़ा देने का सवाल ही नहीं
उठता…

आज जो विपक्ष है वो शायद कल सरकार में होगा…आज जो सत्ता पक्ष है वो शायद कल
विपक्ष होगा…बाकी कुछ नहीं बदलेगा…भ्रष्टाचार वैसा ही रहेगा…घोटाले होते
रहेंगे…बस रोल बदल जाएंगे…आज जो सरकार में है, कल वही संसद ठप करा रहे
होंगे…आज जो विपक्ष में हैं, कल वो कह रहे होंगे, इस्तीफ़ा देने का सवाल ही नहीं
होता….

खैर ये तो रही राजनीति…अब एक दूसरी बात…दिल्ली में कोई दिन ऐसा नहीं जा
रहा जब किसी दामिनी, निर्भया, गुड़िया, लाडो या मुनिया को वहशी दरिंदे अपना शिकार
ना बना रहे हों…लेकिन पुलिस कमिश्नर साहब कहते हैं, सुरक्षा के लिए जो ज़रूरी है
वो सब कर तो रहे हैं…साथ ही ये तर्क भी दे डाला ज़्यादातर दुष्कर्म की वारदात
घरवाले या जानने वाले ही करते हैं…इसलिए हर घर में तो पुलिस नहीं बिठायी जा
सकती….कमिश्नर साहब कहते हैं पुलिस इतनी भागदौड़ कर रही है तो फिर मेरा
इस्तीफ़ा देने का सवाल ही कहा होता है…

 ये सारे बयानात देख एक कहानी याद आ गई…आप भी पढ़िए, शायद इसमें आपको देश का
सच नज़र आए…

 “एक जंगल था…उसमें हर तरह के जानवर रहते थे…एक
दिन जंगल के राजा का चुनाव हुआ…जानवरों ने शेर को छोड़कर एक बन्दर को राजा बना
दिया…एक दिन शेर बकरी के बच्चे को उठा के ले गया…बकरी बन्दर राजा के पास गई और
अपने बच्चे को छुड़ाने के लिए मदद मांगी…




बन्दर शेर की गुफ़ा के पास गया और गुफ़ा में
बच्चे को देखा…पर अन्दर जाने की हिम्मत नहीं हुई…बन्दर राजा गुफ़ा के आसपास पेड़ों
पर उछाल लगाता रहा…कई दिन ऐसे ही उछल कूद में गुजर गए…
 
तब एक दिन बकरी ने जाके पूछा- “राजा जी मेरा बच्चा आख़िर कब लाओगे?”.


बन्दर राजा तिलमिलाते हुए बोला ” हमारी भागदौड़ में कोई कमी हो तो बताओ”…




तो अब बताइए भला, देश में भागदौड़ की कहां कमी है…

बात करते हैं…