खुशियों के दीप जलाते चलो,
ब्ल़ॉगिंग की गंगा बहाते चलो…
ब्ल़ॉगिंग की गंगा बहाते चलो…
किसी दीये की लौ दूसरे दीयों को रौशन करने के बाद कम नहीं होती….इस लिए कभी दूसरों के काम आना, सुख-दुख बांटना और ज़रूरतमंदों की मदद करना बंद मत कीजिए…ऐसा करने से आप अपने जीवन को और अधिक सार्थक मायने देंगे…
दीपों का पर्व आप सब के जीवन में खुशियों और आनंद की बहार लाए…इसी कामना के साथ…
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