खुशियां बरसतीं नहीं, ढूंढनी पड़ती हैं…खुशदीप

अगर कल आप ने जैसा सोचा था, वैसा नहीं बीता, कोई बात नहीं..

याद कीजिए आपकी नए सिरे से शुरुआत के लिए भगवान ने आज बनाया है…

ऊपर वाला उन्हीं के लिए श्रेष्ठ रखता है जो कर्म में कोई कसर नहीं छोड़ते और नतीजा ऊपर वाले पर ही छोड़ देते हैं…

जीवन में सब कुछ अस्थायी है…रात का अंधकार या दिन का उजाला..

सूर्योदय अस्थायी है…सूर्यास्त अस्थायी है…

अगर सब कुछ अच्छा हो रहा है तो उसका भरपूर आनंद लीजिए..ये समां हमेशा नहीं रहेगा…

अगर चीज़ें मनमुताबिक नहीं हो रही तो हौसला मत खोइए…शांति से वक्त को गुज़रने दें…क्योंकि ये मुश्किलें भी हमेशा नहीं रहेंगी…

वक्त कैसा भी हो बदलता है…

खर्चे ज़्यादा हो गए हों और तनख्वाह का दिन अब भी दूर हो…और तनख्वाह आ भी जाए और पूरी-सूरी ही पड़े तो सिर्फ एक चीज़ है जो आपको करनी चाहिए…और वो है…

हर हाल में खुद खुश रहिए, दूसरों के चेहरे पर भी मुस्कान लाइए..

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