​​काले-गोरे का भेद नहीं, हमने तो दिलों को जीता है…खुशदीप

मनसा वाचा कर्मणा वाले राकेश कुमार जी की संतान भी उन्हीं की तरह यशस्वी और ज्ञान की धनी है…राकेश जी की बिटिया निधि अग्रवाल के फेसबुक अकाउंट पर आज अंग्रेज़ी में कुछ बड़ा अच्छा पढने को मिला…वही आपसे शेयर कर रहा हूं…​

टैम एयरलाइंस का एक वाकया​

​पचास बरस के आसपास की एक गोरी महिला ​​फ्लाइट के लिए अपनी सीट पर आती है तो देखती है साथ की सीट पर एक काला पुरुष बैठा है…​

​ये देखकर महिला का पारा आसमान पर चढ़ जाता है..वो फौरन एयर होस्टेस को बुलाती है…​

​​क्या समस्या है मैडम…एयर होस्टेस पूछती है..​

​​तुम्हें समस्या दिखाई नहीं दे रही क्या…मैं इस काले पुरुष के साथ नहीं बैठ सकती, मेरी सीट फौरन बदली जाए…गोरी महिला ने नाक-मुंह चढ़ाते हुए कहा…​

​​कृपया शांत रहिए मैडम. अफसोस है कि सारी सीटें भरी हुई हैं, फिर भी मैं देखती हूं, क्या हो सकता है…एयर होस्टेस ये कह कर चली गई और थोड़ी देर बाद लौटी…​​​

मैडम, जैसा कि मैंने आपसे कहा था कि इकोनामी क्लास में कोई सीट खाली नहीं है…मैंने कैप्टन से इस बारे में बात की, उन्होंने भी इकोनामी क्लास में कोई सीट न होने की पुष्टि की है…हां, बिज़नेस क्लास में ज़रूर कुछ सीटें खाली हैं…लेकिन जैसी परिस्थिति है, कैप्टन ने भी माना है कि किसी के लिए अप्रिय सह-यात्री के साथ बैठ कर यात्रा करना उचित नहीं होगा…​

​​इसके बाद एयर होस्टेस काले पुरुष की ओर मुखातिब होते बोली…​

​इसका मतलब है सर, आपको थोड़ी देर के लिए हुई इस असुविधा के लिए हम क्षमाप्रार्थी हैं, आप चल कर बिज़नेस क्लास में सीट ग्रहण कर वर्ल्ड क्लास यात्रा और सुविधाओं का आनंद लीजिए…

​​ये सुनकर प्लेन में बाकी सारे यात्री, जो महिला के व्यवहार से चकित थे, अपनी सीटों से उठकर एयरलाइंस स्टाफ के लिए तालियां बजाने लगे…

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है प्रीत जहां की रीत सदा, ​
मैं गीत वहां के गाता हूं,​
​भारत का रहने वाला हूं,​
भारत की बात सुनाता हूं…


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