हो सके तो भूल जाना…खुशदीप

जी हां…अब आपका साथ छोड़ कर जाने का वक्त आ गया है…इस साथ में खट्टे मीठे कई तरह के लम्हे आए…कभी-कभार मौका मिले तो बस हल्की सी याद कर लीजिएगा…यही दस्तूर है…कोई... Read more »
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