सांप हंस रहा है…खुशदीप

ट्रकों के पीछे गोल्डन वाक्य लिखे तो आपने भी कभी न कभार ज़रूर देखे होंगे…अक्षय कुमार को उनकी सुपरहिट फिल्म सिंह इज़ किंग का टाइटल भी एक ट्रक के पीछे लिखा हुआ... Read more »

मेरी परेशानी दूर कीजिए…खुशदीप

आज मैं ये माइक्रो पोस्ट अपनी एक परेशानी दूर करने के लिए लिख रहा हूं…ये छोटा सा सवाल कई बार मेरे सामने आता रहता है…और ऐसा एक बार भी नहीं हुआ जब... Read more »

टेढ़ा है पर मेरा है…खुशदीप

बुधवार से मन बड़ा खराब चल रहा है…वजह है हमारा बजाज…टेढ़े बजाज का खटारा खटराग…लोगबाग बेशक उसे स्कूटर कहने की गुस्ताखी करते हैं लेकिन हमारे लिए तो वो अश्वराज चेतक से कम... Read more »

दिलीप साहब जिओ हज़ारों साल…खुशदीप

आज दिलीप कुमार साहब का 88 वां जन्मदिन है…मैंने कोशिश की है कि दिलीप साहब के बारे में कुछ ऐसी बातें बताऊं जो आपने पहले न सुनी हो…कलाकार या स्टार आते-जाते रहते हैं... Read more »

हो सके तो भूल जाना…खुशदीप

जी हां…अब आपका साथ छोड़ कर जाने का वक्त आ गया है…इस साथ में खट्टे मीठे कई तरह के लम्हे आए…कभी-कभार मौका मिले तो बस हल्की सी याद कर लीजिएगा…यही दस्तूर है…कोई... Read more »

संसद मौन है…खुशदीप

संसद और मौन…आप कहेंगे या तो मैं हिल गया हूं या संसद की छुट्टी होगी…न तो मैं हिला हूं और न ही संसद की छुट्टी थी…17 साल पुरानी छह दिसंबर 1992 की... Read more »

मां ठंडी छांव…खुशदीप

आज की मेरी पोस्ट निर्मला कपिला जी को समर्पित है…साथ ही ये पोस्ट भारत से दूर परदेस में आशियाना बना चुके सभी भारतवंशियों के लिए भी है…मां से उसका बेटा दूर हो... Read more »

‘भगवान’ से बड़ा ‘इंसान’…खुशदीप

इंसान महंगाई से त्राहि माम-त्राहि माम कर रहा है…लेकिन भगवान की कमाई लगातार बढ़ती जा रही है…सुख-संपत्ति के धाम लगातार फलते-फूलते जा रहे हैं…मान्यता है कि अपनी कमाई से कुछ हिस्सा ईश्वर... Read more »

6 दिसंबर और मेरी 100वीं पोस्ट…खुशदीप

आज ये मेरी सौवीं पोस्ट है…आज ही छह दिसंबर है…अजब इत्तेफ़ाक़ है…पोस्ट की सेंचुरी है तो कुछ बढ़िया कॉकटेल तो बनता है न बॉस… खट्टा मीठा सब कुछ होगा…स्लॉग ओवर भी होगा…गीत... Read more »

हम तो चले परदेस…खुशदीप

हम तो चले परदेस, हम परदेसी हो गए, छूटा अपना देस हम परदेसी हो गए…आखिर वो कौन सी मजबूरी है जो इंसान को अपनी माटी छोड़कर दूर अजनबियों के बीच ले जाती... Read more »