ब्लॉगिंग की दुम…खुशदीप

कल अवधिया जी की पोस्ट पढ़ कर मज़ा आ गया…वाकई ब्लॉगर के मन की दशा को अवधिया जी ने हू-ब-हू लफ्ज़ों में उतार दिया…अपनी पोस्ट पर पल-पल टिप्पणियों की संख्या बढ़ती देखने... Read more »

मक्खन को ऑक्टोपस बना देता…खुशदीप

कल की पोस्ट में मैंने एक कहानी सुनाई थी…और आपसे गेस लगाने के लिए कहा था कि बताइए मक्खन को क्या इनाम मिला… सबसे पहले संगीता पुरी जी का सही जवाब मिला…... Read more »

गेस लगाइए, मक्खन को इनाम में क्या मिला…खुशदीप

मक्खन का गैराज ठप हो गया…खाने के भी वांदे हो गए…मरता क्या न करता…किसी ने सलाह दी शहर के सेठ उद्योगपति से मिलो…शायद कोई काम बन जाए…मक्खन पहुंच गया उद्योगपति के घर…अपना... Read more »

आज मक्खन की ओवरडोज़…खुशदीप

बड़े दिनों से मक्खन छुट्टी पर था…सोचा आज की पोस्ट मक्खन को ही समर्पित कर दूं…दरअसल सीरियस टॉपिक्स पर बड़े दिन से लिखता आ रहा था…आज कोई मुद्दे की बात नहीं…आज सिर्फ... Read more »

शॉर्ट में देश का सच जानिए…खुशदीप

टाइम इज़ मनी…जानता हूं अच्छी तरह ये बात…इंस्टेंट चीज़ों का ज़माना है…इसलिए सब कुछ शॉर्ट में चाहिए…देश की हक़ीक़त भी जाननी है तो कम टू द प्वाइंट…इसलिए मैं भी आपको ज़्यादा नहीं... Read more »

‘टाइम’ ने भारतीयों से माफ़ी मांगी…खुशदीप

क्या अमेरिका और ब्रिटेन के मूल निवासी अपने देशों में रहने वाले भारतीयों को दोएम दर्जे का नागरिक मानते हैं…आखिर गोरी चमड़ी वाले खुद को इतना सुपीरियर क्यों समझते हैं…ऐसा करने वाले... Read more »

अच्छे और महान का फ़र्क अपनी आंखों से देखिए…खुशदीप

कुछ बातें ऐसी अवश्य हैं जो अच्छे और महान का अंतर तय करती हैं…और अगर आप मुझसे पूछें कि सिर्फ एक मंत्र बताए जो कुछ लोगों को दूसरों से ज़्यादा कामयाब बनाता... Read more »

बिना कहे सब कुछ…खुशदीप

दुख… वेदना… सम्मान… दया… धैर्य… Share on FacebookPost on X Read more »

इंटरनेशनल ब्लॉग बंद…खुशदीप

बंदों की बहार है…बंदों से इनसान का धोखा मत खाइए…मैं बंद वाले बंद की बात कर रहा हूं…खाने वाला बंद…अब तो वाकई हद कर रहे हो आप…अरे वो वाला बंद जिसमें सब... Read more »

मेरी मेट्रो का टाइम हो गया है…खुशदीप

रोहित मेरा बेहद अज़ीज़ है…मेरा बहुत ध्यान रखता है…इसे पता रहता है कि मैं अगर काम में लगा हूं तो बाक़ी सभी सुध-बुध खो बैठता हूं…यहां तक कि खाने का भी ध्यान... Read more »