‘साध्वी’ पर संग्राम: ट्रोलिंग से परेशान हर्षा रिछारिया ने किया कुंभ छोड़ने का एलान

-खुशदीप सहगल

नई दिल्ली (16 जनवरी 2025)|

ट्रोलिंग से परेशान हर्षा रिछारिया ने कुंभ छोड़ने का किया एलान

कथित साध्वी को लेकर श्रीमहंत कंचन गिरि ने उठाए सवाल

पिता का दावा- जल्दी होगी शादी; राजनीति में भी आ सकती हैं हर्षा

प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में जहां नज़र डालो आस्था का ही सैलाब नज़र आ रहा है.  ग्रहों की ऐसी स्थिति कि 144 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग आया है. संतों का समागम और देश विदेश के मीडिया का जमावड़ा लेकिन सुर्खियों में सबसे ज़्यादा हैं इसी महाकुंभ में मौजूद कथित साध्वी हर्षा रिछारिया.

एक्टिंग, एंकरिंग और ग्लैमर की दुनिया से अध्यात्म में प्रवेश करने वालीं 30 साल की हर्षा ने इंस्टाग्राम के बायो में खुद को हिन्दू सनातन शेरनी लिख रखा है. हर्षा रिछारिया कुंभ में निरंजनी अखाड़ा के महामंडेलश्वर कैलाशानंद गिरी के मठ में रह रही हैं. वो ऋषिकेश से यहां पहुंची. हर्षा रिछारिया भगवा वस्त्र पहनकर शाही रथ पर सवार हुईं और अमृत स्नान में हिस्सा लिया. लेकिन संत समाज के कई बड़े धर्माचार्यों ने इस पर आपत्ति जताई. बेंगलुरु के शाकंभरी मठ के पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने इसे धर्म के खिलाफ बताते हुए कहा कि महिला मॉडल को भगवा वस्त्र पहनाकर शामिल करना गलत है. उनका मानना है कि यह महाकुंभ की परंपराओं और सनातन धर्म का मजाक उड़ाने जैसा है.स्वामी आनंद स्वरूप ने जो कहा, उससे आहत होकर हर्षा ने कुंभ छोड़कर ऋषिकेश वापस जाने का फैसला किया है. आजतक को दिए इंटरव्यू में हर्षा ने कहा कि वो एक महीने तक कुंभ में रहने का इरादा करके आई थीं, लेकिन अब वापस जा रही हैं.

वहीं ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक हर्षा ने कहा कि उन्हें कुंभ में हिस्सा लेने से रोका जा रहा है और वे सिर्फ एक बंद कमरे में रहने को मजबूर हो गईं. हर्षा ने रोते हुए कहा कि आनंद स्वरूप को पाप लगेगा.

हर्षा की मौजूदगी को लेकर जूना अखाड़े की श्रीमहंत कंचन गिरी ने भी विरोध जताया. उन्होंने निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी पर भी सवाल उठाए.

कंचन गिरी का कहना है कि रील बना कर अपनी पब्लिसिटी करने वाली एक मॉडल कुंभ के एक मठ में रह कर खुद को साध्वी बता रही है, ये सनातन का अपमान है. एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में श्रीमहंत कंचन गिरी ने ये भी कहा कि जो मॉडल हिन्दू संस्कृति से अलग कपड़े पहनती रही है वो उन बड़े बड़ों के आगे रील डाल रही है जो खुद को ब्रह्मचारी बताते है. ये सनातन धर्म की क्षति है, साथ ही इस तरह के आचरण से सभी संतों पर उंगली उठती है. कंचन गिरी ने कहा कि कैलाशानंद गिरी मंडलेश्वर नहीं निंरजनी अखाड़ा के पीठाधीश्वर आचार्य हैं. वो गुरु हैं, उनसे मॉडल ने दीक्षा ली है. क्या गारंटी है कि वो महिला कल को फिर ऐसे वैसे कपड़े पहन कर रील न बनाए. ऐसे में नाम गुरु का ही ख़राब होगा, लोग बोलेंगे, उन्हीं की शिष्या है. कंचन गिरी ने ज़ोर देकर कहा कि साध्वियों के लिए अलग अखाड़ों की व्यवस्था होनी चाहिए. कंचन गिरी ने ये भी कहा कि दीक्षा के भी नियम होते हैं, सिर का मुंडन होता है.

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https://www.youtube.com/watch?v=V0aiZix6W-Q

जहां तक हर्षा रिछारिया का सवाल है तो तीन साल पहले वो केदारनाथ यात्रा पर गईं तो अध्यात्म की ओर उनका रुझान हुआ. ढाई साल पहले

हर्षा ऋषिकेश में निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी से मिलीं और शिष्या बनाने का आग्रह किया.
कुंभ में हर्षा रिछारिया की मौजूदगी पर मीडिया कवरेज के बाद उनके इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्या में रातों रात तेज़ी से इज़ाफ़ा हुआ और ये आंकड़ा इस रिपोर्ट को लिखे जाने तक 14 लाख से ऊपर तक जा पहुंचा था. हर्षा ने इंस्टाग्राम के बायो में खुद को आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरी जी महाराज निरंजनी अखाड़ा की शिष्या बताने के साथ सोशल एक्टिविस्ट/इंफ्लुएंसर भी लिख रखा है. हर्षा अपने इंटरव्यूज़ में संस्कृति की दुहाई देते भी नहीं थकतीं.

हर्षा रिछारिया का ये भी कहना है कि उन्होंने अपने परिवार से अभी नाता नहीं तोड़ा है. खुद के साध्वी होने की बात वायरल होने और पुराने ग्लैमरस वीडियोज आने के बाद हर्षा ने अपना पक्ष रखा है. एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए हर्षा ने कहा,”मैं साध्वी बनने की तरफ बढ़ रही हूं. अभी तक साध्वी बनी नहीं हूं. साध्वी बनने के लिए एक दीक्षा लेनी होती है. कई संस्कार करने होते हैं. मेरी वेशभूषा को देखकर लोगों ने साध्वी हर्षा नाम दे दिया. मैं भी दो दिन से देख रही हूं कि मुझे सबसे खूबसूरत साध्वी कहा जा रहा हैं. यह सब देखकर अच्छा लग रहा है. लेकिन मैं यही कहूंगी कि मुझे साध्वी का टैग देना अभी ठीक नहीं है. मेरे गुरुदेव ने इसकी आज्ञा भी नहीं दी है. ऐसे में साध्वी कहना गलत है. मैंने अपने गुरु से संन्यास के लिए कहा था. लेकिन उन्होंने मना कर दिया. और उनको इसके लिए डांट भी लगाई. साथ ही कहा अभी तुम्हें गृहस्थ जीवन की बहुत सारी जिम्मेदारियां निभानी हैं. तब तक अपनी साधना करो. और अपना काम करो. मैंने अपना काम भी बंद कर दिया था. लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना किया. ऐसे में पूजा पाठ और साधना के साथ काम भी जारी है.”

हर्षा रिछारिया ने साधना के साथ होस्ट के नाते अपना काम भी जारी रखा हुआ है, इसका सबूत है 23 नवंबर 2024 को बैंकॉक में उन्होंने एक डेस्टिनेशन वैडिंग में शो की होस्ट के तौर पर हिस्सा लिया था. हर्षा लाइव स्टेज शो करने के साथ एम सी यानि मास्टर ऑफ सेरेमनीज़ का रोल भी निभाती रही हैं.

आइए अब हर्षा के बचपन के बारे में जानते हैं. हर्षा का जन्म 26 मार्च 1994 को झांसी में हुआ. 2006 में हर्षा का परिवार भोपाल में आ बसा. हर्षा के पिता दिनेश रछारिया पहले एक प्राइवेट बस ऑपरेटर के यहां कंडक्टर की नौकरी करते थे. हर्षा की मां किरण रछारिया भोपाल में बुटीक चलाती हैं. हर्षा का एक भाई कपिल और एक बहन सुप्रिया है. हर्षा ने बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन यानि बीबीए की पढ़ाई की है. हर्षा के सारे कपड़े उनकी मां ही डिजाइन करती हैं. हर्षा कुंभ प्रयागराज में जो ड्रेस पहन रही हैं वो उनकी मां ने ही बनाई हैं.

हर्षा को ट्रोल किए जाने से उनके माता-पिता दुखी हैं. हर्षा के पिता दिनेश रछारिया ने कहा, “आज उनकी बेटी के प्रोफेशन से जुड़े पुराने वीडियो खंगाल खंगाल कर निकाले जा रहे हैं. वो चाहती तो अध्यात्म से जुड़ने के बाद अपने पुराने सभी वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल से हटा सकती थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.  हर्षा पर साध्वी का टैग गलत लगाया गया. वो सामान्य गृहस्थ परिवार से जुड़ी बच्ची है. हर्षा ने सिर्फ गुरु दीक्षा ली है जैसे कि सामान्य लोग गुरु बनाते हुए लेते हैं. उसने न तो संन्यास लिया है और न ही साध्वी की दीक्षा ली है. वो पिछले दो-ढाई साल से ऋषिकेश में रह कर अपने गुरु के सानिध्य में रह कर ग्रंथ, पुराण, मंत्र का अध्ययन कर रही थी, साथ ही अपना काम भी कर रही थी. 10-11 साल की उम्र से ही हर्षा भोलेनाथ की अनन्य भक्त है. परिवार की माली हालत मजबूत न होने की वजह से हर्षा ने पढ़ाई के साथ साथ मॉडलिंग, एंकरिंग, स्टेज शो के जरिए घर की आर्थिक मदद करना शुरू कर दिया.”

हर्षा के पिता ने दावा किया कि उनकी बेटी ने ग्लैमर की दुनिया से जुड़ी होने के बावजूद कभी लेट नाइट पार्टीज़ में हिस्सा नहीं लिया, हर्षा अपना जन्मदिन भी मंदिर जाकर मनाना पसंद करती है. हर्षा के पिता ने ये भी कहा कि एक-दो साल में उसकी शादी की हमारी तैयारी है, इसके लिए देहरादून और नासिक में रिश्ते भीदेखे हैं.

बहरहाल, हर्षा रिछारिया का सच जो भी हो लेकिन आज ये नाम हर ज़ुबान पर है. सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ये भी कह रहे हैं कि हर्षा ने बिग बॉस के अगले सीज़न में एंट्री के लिए रास्ता तैयार कर लिया है. आखिर में सबसे धमाकेदार बात, इस कथित साध्वी ने आगे चलकर राजनीति में आने की संभावना से भी इनकार नहीं किया है.

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