इलाहाबाद ब्लॉग ओवर…खुशदीप

ब्लागरों के लड़ने झगड़ने की आदत यहां भी नहीं गयीhttp://visfot.com/blog/archives/876‍‍इलाहाबाद से लौट कर :कुछ खरी कुछ खोटी और कुछ खटकती बातें !इलाहाबाद ही क्यों , अहमदाबाद या हैदराबाद क्यों नहीं ?ब्‍लागरों की... Read more »

ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है…खुशदीप

क्या कहूं…क्या लिखूं…कहां से शुरू करूं…शायद पहली बार हो रहा है कि लिखने के लिए शब्द मेरा साथ नहीं दे रहे हैं…कल अदा जी वाली मेरी पोस्ट पर आपने जो बेशुमार प्यार... Read more »

अदा जी ने पुकारा और हम चले आए…खुशदीप

अदा जी ने अपनी ताजा पोस्ट पर मेरी पसंद का गीत सुनाया और साथ ही ये फरमाइश भी कर डाली कि मैं भी कोई गीत सुनाऊं…उन्हें न जाने कैसे इल्म हो गया... Read more »

सुख और दुख का फर्क…खुशदीप

हर आदमी सुख की तलाश में मारा-मारा फिरता है…यही चाहता है कि दुख का उस पर या उसके परिवार पर साया भी नहीं पड़े…लेकिन सुख और दुख में बड़ा महीन फर्क होता... Read more »

कोई काला टीका तो लाओ…खुशदीप

दीवाली का और कोई फायदा हो या न हो, एक फायदा ज़रूर होता है घर हो या दफ्तर, गंदगी और कूड़े-करकट से ज़रूर छुटकारा मिल जाता है…आलस्य और दलिद्र को घर से... Read more »

पाकिस्तान में पप्पी क्यों ली…खुशदीप

पाकिस्तान में हालात विस्फोटक हैं…तहरीक-ए-तालिबान के हमलों के डर से मुल्क भर में स्कूल और कॉलेज एक हफ्ते के लिए बंद कर दिए गए हैं…दक्षिणी वजीरिस्तान में तालिबान और अल कायदा के... Read more »

गंदा है पर धंधा है ये…खुशदीप

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जल्द ही शुरू होने वाली वन डे सीरीज के लिए भारतीय टीम चुन ली गई है…बताया जाता है कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कहने पर राहुल द्रविड़ को... Read more »

गोपू बना ‘हनुमान’…खुशदीप

भगवान श्रीराम अयोध्या लौट चुके हैं…उनके स्वागत में घर-घर दीप जलाए जा रहे हैं…यही प्रार्थना है कि हमारे अंदर के राम भी हमारे अंतर्मन के अंधकार को दूर करें…अगर ये राम हमें... Read more »

पॉपुलर लेखन गुनाह है क्या…खुशदीप

गंभीर लेखन बनाम पॉपुलर लेखन को मुद्दा बनाते हुए मैंने कल पोस्ट लिखी थी…टीआरपी कैसे बढ़ाई जाए…इस पर सागर ने मुझे टिप्पणी भेजी… इससे पहले भी मुझे सागर ने टिप्पणी भेजी थी... Read more »

अपनी टीआरपी कैसे बढ़ाएं…खुशदीप

कल मेरी पोस्ट…देश सबसे पहले…पर सागर की टिप्पणी आई थी कि यह हुआ सच्चा देशनामा… पिछले कुछ दिनों से ब्लोग्नामा बना हुआ था...सागर का ये तर्क मुझे अच्छा लगा…कि आखिर लिखा क्या... Read more »