यही है NICE च्वायस बाबा…खुशदीप

आप कहेंगे कि ये तो सुना था कि यही है राइट च्वायस बेबी…लेकिन ये क्या…यही है NICE च्वायस बाबा…क्यों सिर्फ पेप्सी के लिए ही कह सकते हैं कि यही है राइट च्वायस बेबी…पेप्सी तो पराए घर की है…और क्या उसने पेटेंट कराया हुआ है…नहीं भैया पेटेंट तो किसी और ने कराया है…और वो है खालिस भारतीय सिद्धपुरुष…दिल थाम कर बैठिए, सुनने के लिए कि किसने पेटेंट कराया है और क्यों पेटेंट कराया है…ये हैं अपने नाइस (NICE) बाबा…

ये बाबा सांसारिक मोह-माया से ऊपर उठे हुए हैं…दुख-सुख, जीवन-मरण…ये सभी को निर्विकार भाव से लेते हैं…न सावन हरे, न भादो सूखे…लेकिन इनके अविष्कार किए हुए एक मंत्र NICE का संसार के तुच्छ प्राणी इतना अमानवीय प्रयोग कर रहे हैं कि बाबा का क्रोध से त्रिनेत्र खुल गया है….बस किसी भी घड़ी NICE बाबा का तांडव शुरू हो सकता है..

.ऐसा नहीं कि NICE बाबा को आधुनिक नियम-क़ानूनों का पता न हो…बाबा ने रात-रात जाग कर और अमेरिकी वकीलों से सलाह लेकर अपने मंत्र NICE को पेटेंट करा लिया…इसलिए पहले ही आगाह कर देता हूं कि अगर कोई सज्जन इस पोस्ट पर अब तक NICE कमेंट करने की सोच रहा है तो अंजाम भुगतने के लिए खुद ही ज़िम्मेदार होगा…इधर आपने NICE लिखा नहीं कि ऑटोमेटेड तकनीक से आपका नाम अमेरिका के पेटेंट डिपार्टमेंट के पास पहुंच जाएगा…फिर आपको पहले अफगानिस्तान-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित पहाड़ियों की किसी कंदरा में पहुंचाया जाएगा…और ऊपर से ड्रोन आप पर अचूक निशाना लगाने के लिए आकाश में विचरण करते रहेंगे…अब बताइए कभी लिखेंगे किसी को कमेंट में NICE, VERY NICE…लेंगे NICE बाबा से पंगा…

स्लॉग ओवर

कभी अंग्रेजी में हाथ तंग होना वरदान भी साबित हो सकता है…एक बार मक्खन अपने परम सखा ढक्कन के साथ विदेश घूमने गया…अब मक्खन ने विदेश में भी खाली सड़क के किनारे वही काम कर दिया जो हमारे देश में सुसु कुमार कहीं भी करने से नहीं घबराते…सड़क को ओपन टायलेट समझने वाले मक्खन पर एक सार्जेंट की नज़र पढ़ गई…सार्जेंट ने मक्खन के पास आकर जमकर अंग्रेजी में हड़काना शुरू किया…मक्खन को कुछ समझ आया नहीं…लेकिन मक्खन के दिमाग की बत्ती जली और उसने पलटवार किया…BABA BABA BLACK SHEEP, HAVE YOU ANY WOOL..सार्जेंट को मक्खन के भोलेपन पर तरस आ गया और उसने चेतावनी देने के साथ मक्खन को छोड़ दिया…ढक्कन दूर से ये नज़ारा देख रहा था….सार्जेंट के जाने के बाद ढक्कन दौड़ा आया और मक्खन को शाबाशी देते हुए बोला…यार तेरा तो बड़ा जलवा है…तूने तो अंग्रेजी में सार्जेंट की छुट्टी कर दी…चुपचाप चला गया...मक्खन सीना फुलाते हुए बोला…अभी तो सिर्फ BABA BABA ही सुनाई थी…सोच अगर TO, THE PRINCIPAL, I BEG TO SAY…पूरी सुना देता तो उसका क्या हाल होता…

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