मेरे लाल से तो सारा जग झिलमिलाए…खुशदीप

एक यात्री उड़ान भरने के लिए बोइंग 747 में अपनी सीट पर जाकर बैठ गया…उसके साथ वाली सीट एक युवती की थी…युवती की गोद में नवजात शिशु भी था…युवती अपने शिशु पर बड़ा लाड बरसा रही थी…युवती ने सहयात्री को अपना शिशु दिखाते हुए पूछा…है न बहुत सुंदर…

यात्री कोई राजा हरिश्चंद्र का वंशज था…झूठ बोल नहीं सकता था…उसने कहा, माफ़ करना मैडम…मैं झूठ नहीं बोलता…मैंने इस जैसा बदसूरत बच्चा पहले कभी नहीं देखा…

युवती ने हैरत का भाव जताते हुए कहा…एक्सक्यूज़ मी…आपने क्या कहा…

यात्री ने जवाब दिया…मैं आपका दिल नहीं दुखाना चाहता था, लेकिन जो सच है वो सच है…वाकई इस बच्चे को थोड़ी देर तक देखना भी बर्दाश्त से बाहर है…

यह सुनना ही था कि युवती का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया…

युवती ने चीख चीख कर सारे प्लेन को इकट्ठा कर लिया…इस आदमी की ये मज़ाल…मेरी इन्सल्ट करे…मैं इसके साथ इस एयरलाइंस, इसके पूरे स्टॉफ पर केस दर्ज़ कर दूंगी…ऐसे यात्रियों को प्लेन पर चढ़ने ही कैसे देते हैं जिन्हें बात करने की तमीज़ न हो…

तभी युवती के पास क्रू की एक सीनियर मैंबर आई…उसने युवती को शांत करने की नीयत से कहा…मैम, प्लीज़ काम डाउन…आप ऐसा कीजिए मैं आपके लिए बिज़नेस क्लास में और भी कम्फर्टेबल सीट दे देती हूं…वहां आप गर्म काफ़ी का मज़ा लीजिए…आपको टेक लगाने के लिए पिलो भी मिल जाएगा…और हां…

आपके प्यारे मंकी के लिए मैं बनाना भी ला देती हूं…

निष्कर्ष…बच्चा कैसा भी हो, मां के लिए वो दुनिया में सबसे खूबसूरत ही होता है…

स्लॉग गीत

यशोदा का नंदलाला, बृज का उजाला है,
मेरे लाल से तो सारा जग झिलमिलाए

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