हम तो चले परदेस, हम परदेसी हो गए, छूटा अपना देस हम परदेसी हो गए…आखिर वो कौन सी मजबूरी है जो इंसान को अपनी माटी छोड़कर दूर अजनबियों के बीच ले जाती... Read more »
आते है लोग, जाते है लोग, पानी में जैसे रेले, जाने के बाद, आते हैं याद, गुज़रे हुए वो मेले… यादें मिटा रही है. यादें बना रही है, गाड़ी बुला रही है,... Read more »
चूहे को बड़ा निरीह प्राणी माना जाता है…आप क्या समझते हैं महंगाई की मार हम सिर्फ इंसानों को झेलनी पड़ रही है…चूहे भी हम इंसानों जैसे ही होते हैं…दाल, आटा सब कुछ... Read more »
अलविदा, अलविदा…कितने जानलेवा हैं ये शब्द अलविदा….आप के सफ़र में कोई साथी बन गया हो…रोज़ आपका उससे वास्ता हो…और फिर अचानक वो कह दे, अलविदा…ये शब्द फिर कानों में पिघलते लावे से... Read more »
इंदिरा गांधी…उन्हें चाहने वाले दुर्गा से उनकी तुलना करते हुए शक्ति की प्रतीक मानते रहे हैं…इंदिरा से नफ़रत करने वालों की नज़र में उनसे ज़्यादा अहंकारी, तुनकमिज़ाज़ और पुत्रप्रेम में अच्छे-बुरे की... Read more »
आज बात करता हूं एम जे की…एम जे यानि माइकल जैक्सन की…माइकल जैक्सन को दुनिया को अलविदा कहे पांच महीने बीत चुके हैं…सब जानते हैं कि माइकल जैक्सन ने ड्रग्स ले लेकर... Read more »
कल पूरा दिन ब्रॉडबैंड ठप रहने की वजह से दिमाग भन्नाया रहा…न पोस्ट डाल सका और न ही कमेंट कर सका.. आज बड़ी मिन्नत-खुशामद कर बीएसएनएल वाले भाईसाहबों को पकड़ कर लाया…बड़ी... Read more »
पोस्ट का शीर्षक पढ़ कर चौंकिए मत…लेकिन आने वाले वक्त में ये हक़ीक़त बन सकता है…ये मैं नहीं कह रहा, ये स्टडी है यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के एक स्टडी ग्रुप की…स्टडी में... Read more »
“हमको कैंडल लाइट विजिल करना मांगता…आफ्टरऑल 26/11 का फर्स्ट एनिवर्सरी है…हम देश के रिस्पांसिबल सिटीजन है…हमारा भी कुछ मॉरल ड्यूटी बनता है…कैसे पता चलेगा कि हमारा सोशल ऑब्लिगेशन कितना स्ट्रॉन्ग है”… शहर... Read more »
एक भारतीय सांसद अमेरिका के एक सांसद के न्योते पर वाशिंगटन पहुंचता है…अमेरिकी सांसद भारतीय सांसद को अपने घर डिनर के लिए बुलाता है…भारतीय सांसद अमेरिकी सांसद की कोठी, सुंदर लॉन, भीतर... Read more »