हल्दीराम की स्टोर मैनेजर और एक न्यूज़ चैनल की रिपोर्टर में बहस का वीडियो
वायरल, हल्दीराम के फलहारी मिक्सचर पर लिखी कथित उर्दू को लेकर एक यूज़र ने पूछा,
हिन्दी क्यों नहीं; एक यूज़र के मुताबिक पैकेट पर उर्दू नहीं अरबी लिखी है क्योंकि अरब देशों को
भी होता है निर्यात
नई दिल्ली (6 अप्रैल)।
जानीमानी फूड चेन हल्दीराम्स को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो
वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक हिन्दी न्यूज़ चैनल की रिपोर्टर हल्दीराम के एक
आउटलेट के स्टोर मैनेजर से सवाल करती नज़र आ रही है कि नवरात्रि नमकीन के पैकेट पर
उर्दू में क्यों कुछ लिखा हुआ है. रिपोर्टर के हाथ में अपने चैनल की आईडी वाला माइक
है. वीडियो में स्टोर मैनेजर और रिपोर्टर की बहस होती दिख रही है. रिपोर्टर पूछ
रही है कि इसमें उर्दू में क्यों और क्या लिखा हुआ है, वहीं स्टोर मैनेजर कह रही
है कि आपको उर्दू में ही प्रेस्क्रिप्शन क्यों पढ़ना है, दूसरी भाषा में भी तो पढ़
सकती हैं. फलहारी मिक्सचर के इस पैकेट पर फ्रंट में इंग्लिश और बैक पर उर्दू में
लिखा है. पैकेज पर हरे रंग के सिम्बल से साफ किया गया है कि ये शाकाहारी प्रोडक्ट
है जो आलू और मूंगफली का हल्के मसाले के साथ मीठा-नमकीन स्वाद वाला है.
वीडियो में रिपोर्टर पूछती नज़र आती है कि पैकेट में ऐसा क्या है जो उर्दू में
लिखकर छुपाया जा रहा है. वीडियो में कुछ और लोगों और एक पुलिसकर्मी को भी इस बहस
को सुनते देखा जा सकता है. पुलिसकर्मी पैकेट उठा कर देखता भी नजर आता है. स्टोरी
मैनेजर भी रिपोर्टर से कहती है कि अगर तुम्हें ये लेना है तो लो, अगर नहीं लेना है
तो इसे यहां रख कर आउटलेट से बाहर जा सकती हो.
इस घटना पर सोशल मीडिया यूजर्स की बंटी हुई राय सामने आ रही है. कुछ लोग इसे
सामान्य और खाड़ी के देशों में एक्सपोर्ट की वजह से ऐसा लिखा होना बता रहे हैं.
वहीं कुछ कंपनी से मांग कर रहे हैं कि वो स्पष्टीकरण जारी करे उसने ऐसा क्यों
किया.
एक यूज़र ने वीडियो के साथ लिखा है कि ये उर्दू नहीं अरबी में लिखा हुआ है
क्योंकि हल्दीराम बहुत सारे मुस्लिम देशों को भी अपने प्रोडक्ट्स निर्यात करता है.
Amazing restraint by the Haldiram staff. BTW, Sudarshan’s ‘sherni’ should know that it’s Arabic and not Urdu. Haldiram exports to muliple Muslim majority countries who buy Indian products without discrimination.pic.twitter.com/jic6ASOo15
— Alishan Jafri (@alishan_jafri) April 5, 2022
एक ट्विटर यूजर ने लिखा- हिन्दी
को हमारे देश में ज्यादा लोग जानते हैं फिर इस पर उर्दू में क्यों लिखा हुआ है.
Bought this #Haldirams Falahari mixture.
Just curious to know the reason Why there is a need to use URDU especially for this packet ?
WHY NOT HINDI ?
P.S – Haldiram generally use English pic.twitter.com/4sX8Q19Kdc
— Priyam Goyal (@goyal_priyam) April 2, 2022
वहीं एक यूजर ने अयोध्या रेलवे स्टेशन का साइन बोर्ड दिखाते
हुए कहा कि फिर तो ये भी पूछा जाना चाहिए कि इस पर हिन्दी और अंग्रेज़ी के साथ उर्दू में क्यों लिखा है.
.@SureshChavhanke ये देख अयोध्या उर्दू में लिखा है। अब हिम्मत है तो रेल मंत्री के मुंह में माइक घुसा कर देख और पूछ कि अयोध्या उर्दू में क्यों लिखा है. pic.twitter.com/Fm7ZdJTybP
— Puneet Kumar Singh (@puneetsinghlive) April 6, 2022
एक यूज़र ने पाकिस्तानी करेंसी का फोटो दिखाते हुए लिखा कि जब वहां
के नोटों पर हिन्दी में कुछ नहीं लिखा होता तो भारतीय करेंसी पर उर्दू क्यों.
#Haldirams
when pakistani currency has no hindi on itthen why indian currency has urdu?
enough with fake secularism , #banURDU
urdu should be banned in india pic.twitter.com/v24jcPYmkJ— Suraj Yadav (@suraj999iiii) April 6, 2022
अभी हर्बल प्रोडक्ट्स बनाने वाली हिमालया ड्रग्स कंपनी के
हलाल सर्टिफिकेट का मामला सुर्खियों में है कि हल्दीराम से जुड़ा ये नया विवाद
सामने आ गया. हिमालया की ओर से अपना पक्ष रखा जा चुका है, अब देखना दिलचस्प होगा
कि हल्दीराम की ओर से इस विवाद पर कोई बयान सामने आता है या नहीं.
ये भी देखें-
https://twitter.com/goyal_priyam/status/1510167738127306752
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