मुंबई की रन मशीन सरफ़राज़ ख़ान को आखिर कब भारत की टीम में खेलने का मिलेगा मौका? रणजी ट्रॉफी समेत डॉमेस्टिक क्रिकेट में रनों का अंबार लगा देने वाले सरफ़राज़ के फैंस के लिए अब एक अच्छी ख़बर है. 24 साल के सरफ़राज़ इस साल नवंबर में बांग्लादेश के साथ होने वाली दो टेस्ट मैच की सीरीज़ में टीम इंडिया की ओर से खेलते नज़र आ सकते हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपने विश्वसनीय सूत्रों से ये जानकारी दी है.
सरफ़राज़ के बारे में आपको और आगे बताने से पहले ये जानकारी दे दे कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कम से कम 2000 रन बनाने वाले प्लेयर्स में एवरेज के मामले में दुनिया में सिर्फ़ एक शख्स ही सरफराज़ से आगे हैं और वो हैं ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम डॉन ब्रैडमैन. जहां ब्रैडमैन का फर्स्ट क्लास में एवरेज एवरेज 95.14 रहा, वहीं सरफराज़ का 82.83 है.
लगातार दो रणजी सीज़न्स में सरफ़राज़ का बल्ला जमकर बोला है, ऐसे में अब उसकी और अनदेखी कर पाना टीम इंडिया के सेलेक्टर्स के लिए भी मुमकिन नहीं है. बेंगलौर में मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच इस सीज़न के रणजी फाइनल की पहली पारी में सरफ़राज़ ख़ान ने गुरुवार 23 जून को सेंचुरी ठोकने का जश्न दिवंगत सिद्धू मूसा वाला के टांग पर हाथ मारने वाले सिगनेचर एक्शन को कॉपी कर मनाया. सरफराज़ को सिद्धू मूसा वाले के गाने बहुत पसंद हैं. इस पारी में सरफ़राज़ ने दो छक्कों और 13 चौक्कों समेत 134 रन ठोके. खास बात ये है कि जिस वक्त सरफ़राज़ ने ये पारी खेली उस वक्त मुंबई टीम को इसकी सख्त ज़रूरत थी.
इस रणजी सीज़न में ये सरफ़राज़ का चौथा शतक रहा. सरफ़राज़ ने रणजी 2022 सीज़न में फाइनल मैच की पहली पारी तक 133.85 के औसत से कुल 973 रन बनाए. इनमें चार सेंचुरी और दो हाफ सेंचुरी हैं. पूरे देश में रणजी सीज़न के टॉप स्कोरर हैं. 2019-20 रणजी सीज़न में सरफ़राज़ ने 154,66 के एवरेज से 928 रन बनाए थे और तीन सेंचुरी ठोकी थीं. सरफराज ने पिछले साल इंडिया ए टीम के साउथ अफ्रीका टूर के दौरान भी अच्छी बैटिंग की थी. इसके अलावा सरफराज बहुत अच्छे फील्डर भी हैं.सरफ़राज़ से पहले दो रणजी सीज़न में 900 से ऊपर रन बनाने का कारनामा भारत के लिए खेल चुके दो क्रिकेटर्स अजय शर्मा और वसीम जाफ़र ही दिखा पाए थे.
सरफराज का छोटा भाई 17 साल का मुशीर भी क्रिकेटर हैं. उनके पिता नौशाद ने ही दोनों बेटों को क्रिकेट की कोचिंग दी. नौशाद 50 साल की उम्र में आज भी मुंबई में क्लब क्रिकेट खेलते हैं. नौशाद ने तमाम आर्थिक दिक्कतों के बावजूद दोनों बेटों का क्रिकेटर करियर बनाने के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया.
बेंगलौर में रणजी फाइनल में सेंचुरी पर सरफराज ने नम आखों से कहा, ये शतक मेरे अब्बू की वजह से है, उनके त्याग और मुश्किल वक्त में हाथ पकडे रहने की वजह से मैं ये कर सका. आप सब तो जानते हैं मेरे साथ क्या क्या हुआ. अब्बू न होते तो मैं ख़त्म हो जाता. बता दें कि सरफराज़ एक वक्त मुंबई की टीम में न चुने जाने से इतने मायूस हुए कि उत्तर प्रदेश शिफ्ट कर गए थे. कूलिंग ऑफ पीरियड पूरा करने के बाद सरफराज ने 2019-20 में मुंबई के लिए ग्रैंड कमबैक किया.
सरफराज ने महज 12 साल की उम्र में हारिस शील्ड इंटर स्कूल टूर्नामेंट में 439 रन की पारी खेल कर नया रिकॉर्ड बनाया था.
सरफ़राज बताते हैं किस तरह उनके अब्बू ने उनके लिए एक दिन कम से कम 400 गेंद खेलने का रूटीन तय किया हुआ था. सरफराज ने आईपीएल करियर की शुरुआत 2015 में रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर से की थी तब आरसीबी ने उन्हें 50 लाख रुपए में खरीदा था और वो आईपीएल खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे. सरफराजन ने आईपीएल 2022 में दिल्ली कैपिटल्स की नुमाइंदगी की.
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